गंजी चुड़ैल |Bloody Bald Witch |StoriesHorror Story |Bhoot KiKahaniya |Chudail Story |


दोस्तों आपने गंजी चुड़ैल की हॉरर स्टोरी तो सुनी ही होगी लेकिन यह जो हॉरर स्टोरी सुनाने वाली हूं आप सबको वो सभी हॉरर स्टोरीज में से गंजी चुड़ैल की हॉरर स्टोरी सबसे हटके और सबसे अलग है तो दोस्तों एंड का ट्विस्ट जरूर देखिएगा और कहानी अच्छी लगे तो वीडियो को लाइक

और चैनल को सब्सक्राइब जरूर कर दीजिएगा तो चलिए दोस्तों देरी ना करते हुए इस कहानी को शुरू करते हैं काहानी का नाम है गंजी चुड़ैल जो कि एक वायरल हॉरर स्टोरी है तो चलिए दो दोस्तो नरेश जो देर रात तक खेतों में काम करता था हर रात एक ही रास्ते से अपना अपने घर लौटता था गांव में एक पुरानी हवेली

थी जिसके बारे में कहा जाता था कि वहां एक गंजी चुड़ैल का साया है लेकिन नरेश इन बातों को कभी सच नहीं मानता था एक रात जब नरेश खेत से लौट रहा था उसे हवेली के पास किसी के चलने की आहट सुनाई देती है उसने इधर-उधर देखा लेकिन कुछ भी नजर नहीं आया

अचानक उसे लगा कि कोई उसके पीछे चल रहा हो उसने मुड़कर देखा तो एक सफेद साड़ी में लिपटी और सिर पर एक भी बाल ना होने वाली औरत खड़ी थी उसकी आंखें सुर्ख लाल और चेहरा इतना डरावना था कि नरेश के होश ही उड़ गए नरेश ने डर के मारे भागना शुरू किया लेकिन उसकी हौफ नाक हंसी ने उसे चक्कर लिया अचानक चुड़ैल हवा में उछलकर उसके सामने आ

गई ग कहने लगी तेरा बचना मुश्किल है नरेश चिल्लाया मुझे जाने दो मैंने कुछ नहीं किया गांव के लोग अक्सर कहते थे कि जो भी इस हवेली के पास रात में जाते हैं उसे गंजी चुड़ैल का सामना करना पड़ता है और कोई भी सही सलामत वापस नहीं आता लेकिन जब नरेश बेहोश होकर गिर पड़ा तो एक बूढ़ी औरत ने उसे देखा और कहा यह चुड़ैल नहीं हमारे पापों की परचाई है जब नरेश होश में आया तो उसे सिर के साथ सारे बाल गायब हो चुके थे गांव वालों ने डर के मारे उसे पहचानने से इंकार कर दिया तभी उसने आईने में देखा तो वह खुद गंजा हो चुका था उसके चेहरे पर वही


चुड़ैल जैसी खौफनाक हंसी थी दोस्तों वीडियो का एं एक भयानक और अच्छा रहा होगा उम्मीद है

बैंगन के खेत में चुड़ैल | Chudail की डरावनी कहानी | Hindi Kahaniya

मकनपुर गांव में हरिया नामक जमींदार अपने परिवार के साथ रहता था। उसका बेटा रामू, जो कृषि में ग्रेजुएट था, शहर से वापस लौटता है। वह खेती में नए-नए तरीके अपनाने की बात करता है और बैंगन उगाने का सुझाव देता है। लेकिन गांव के लोग और उसके पिता हरिया उसे चेतावनी देते हैं कि बैंगन के खेत में चुड़ैल (Chudail) का साया है।

चुड़ैल की कहानी: अंधविश्वास या सच्चाई?

गांव में यह मान्यता थी कि बैंगन के खेत में चुड़ैल रहती है, जो उन लोगों को नुकसान पहुंचाती है जो बैंगन उगाने की कोशिश करते हैं। रामू इसे अंधविश्वास मानकर अनदेखा करता है और अपने दोस्त नयन के साथ बैंगन की खेती शुरू कर देता है।

खेत में अजीब घटनाएं और चुड़ैल का डर

जब रामू और नयन खेत पर काम करते हैं, तो उन्हें कई अजीब घटनाओं का सामना करना पड़ता है। नयन के बैग में रखे बैंगन अचानक भारी हो जाते हैं। गांव के एक किसान सोहन की मौत के बाद, लोगों का विश्वास और मजबूत हो जाता है कि यह सब चुड़ैल का काम है।

चुड़ैल का सामना

एक रात, रामू और नयन ने खेत में रुकने का फैसला किया। आधी रात को उन्होंने सच में एक भयानक चुड़ैल (Chudail) को बैंगन खाते देखा। वह जोर से हंसते हुए कहती है, “ये बैंगन मेरे हैं। जो इन्हें छुएगा, मैं उसे खा जाऊंगी।” चुड़ैल की डरावनी हंसी और धमकी से घबराकर दोनों वहां से भाग जाते हैं।

क्या चुड़ैल सिर्फ एक डर है?

यह कहानी बताती है कि गांव के लोग क्यों चुड़ैल (Chudail) के नाम से डरते हैं। हालांकि रामू और नयन ने वैज्ञानिक सोच और हिम्मत दिखाई, लेकिन आखिरकार उन्होंने समझा कि कभी-कभी बड़ों की सलाह मानना जरूरी होता है।

निष्कर्ष

बैंगन के खेत में चुड़ैल की यह कहानी सिखाती है कि हमें अंधविश्वास और तर्कशीलता के बीच संतुलन बनाना चाहिए। यह Hindi कहानी बच्चों और बड़ों के लिए एक मनोरंजक और सीख देने वाली कहानी है।

suhagan chudail ki kahani 200 साल पुरानी है।

यह कहानी करीब 200 साल पुरानी है।
एक नगरी में निशिगंधा नाम की अत्यंत सुंदर लड़की रहती थी।”suhagan chudail” उसकी सुंदरता की चर्चा दूर-दूर तक थी। एक दिन नगरी के राजा की नजर निशिगंधा पर पड़ी, और वह उसकी सुंदरता पर मोहित हो गया। एक रात राजा ने निशिगंधा को अपने महल में बुलवाया। लेकिन जब वह उसे अपने कमरे में ले गया, तो निशिगंधा को कुछ समझने का मौका दिए बिना उसके साथ जोर-जबरदस्ती करने लगा। इस छीना-झपटी में राजा के सिर पर चोट लगी और उसकी मौत हो गई।

राजा की मृत्यु की खबर पूरे नगर में फैल गई। लोग निशिगंधा को राजा का हत्यारा कहने लगे। कुछ ने तो यहां तक कहा कि वह इंसान नहीं, एक चुड़ैल है। जनता के गुस्से में निशिगंधा को जिंदा जला दिया गया।

लेकिन कहानी यहां खत्म नहीं हुई।
निशिगंधा का जला हुआ शरीर एक तांत्रिक को मिला। उसने अपने काले जादू से निशिगंधा को दोबारा जीवित कर दिया। पर अब निशिगंधा पहले जैसी नहीं रही। वह सचमुच एक चुड़ैल बन गई, जिसे सुंदरता, शक्ति और अमरता की भूख थी। तांत्रिक ने उसे बताया कि अमर होने के लिए उसे “16 श्रृंगार” चाहिए। ये श्रृंगार केवल उन खास आदमियों से मिल सकते थे, जो एक विशेष नक्षत्र में पैदा हुए हों। निशिगंधा को लाल चांद की रात उन आदमियों से शादी करनी होती थी और उसी रात उनकी बलि देकर वह हर श्रृंगार की ताकत हासिल कर सकती थी।

इस तरह साधारण लड़की निशिगंधा बन गई “suhagan chudail
लोग उसे महज एक डरावनी कहानी मानते थे, लेकिन अर्जुन और रानी के साथ जो हुआ, उसने सुहागन चुड़ैल के अस्तित्व को साबित कर दिया।

अर्जुन और रानी की कहानी:
अर्जुन और रानी की नई-नई शादी हुई थी। वे जयपुर में रहते थे। एक दिन वे वीकेंड ट्रिप से लौट रहे थे। रास्ते में चाय पीने के लिए एक रेस्टोरेंट पर रुके। तभी एक बेहद खूबसूरत लड़की अंदर आई। अर्जुन उसकी सुंदरता में खो गया, जिससे रानी नाराज हो गई।

लड़की के अजीब कपड़े और ज़्यादा सजावट रानी को शक में डाल रहे थे। उसने माथे पर मांगटीका और हाथों में मेहंदी लगा रखी थी। तभी लड़की ने अपने मांगटीके को छुआ, और अचानक बारिश शुरू हो गई, जो गर्मी के मौसम में असंभव थी।

अर्जुन ने लड़की को घर आने का न्योता दिया, और वह बिना हिचक वहां आ गई। घर पहुंचने के बाद रानी ने अर्जुन को उस लड़की के साथ ड्रॉइंग रूम में बातें करते छोड़ा। पर कुछ देर बाद जब रानी कमरे में लौटी, तो अर्जुन और लड़की वहां नहीं थे।

भयानक सच का पता चलता है:
रानी को बेडरूम से अजीब आवाजें सुनाई दीं। उसने देखा कि अर्जुन सो रहा था, और वह लड़की उसे घूर रही थी। शीशे में उस लड़की का चेहरा जला हुआ नजर आया, जिससे रानी का दिल दहल गया। तभी लड़की ने रानी को देखा, और रानी बेहोश हो गई।

होश में आने पर रानी ने देखा कि अर्जुन और वह लड़की गायब थे। कुछ समय बाद दोनों शादी के कपड़ों में घर लौटे। अर्जुन ने रानी को बताया कि उसने उस लड़की से शादी कर ली है।

रानी ने देखा कि उस लड़की के पैर उल्टे थे। उसे यकीन हो गया कि वह चुड़ैल है। अर्जुन की चीखें सुनकर रानी कमरे में गई, तो देखा कि लड़की ने अपनी भयानक चुड़ैल वाली शक्ल में आकर अर्जुन पर हमला किया। उसकी मेहंदी अर्जुन को जकड़कर उसे मार रही थी। रानी के सामने ही चुड़ैल ने अर्जुन की जान ले ली और गायब हो गई।

suhagan chudail की तलाश:
अब तक वह चुड़ैल 15 श्रृंगार हासिल कर चुकी थी। अमर होने के लिए उसे सिर्फ एक श्रृंगार चाहिए था। उसका अगला शिकार था वज्रगढ़ के राजघराने का मोक्ष। लेकिन मोक्ष के पास उसकी प्रेमिका दिया का शक्तिशाली लॉकेट था।

क्या दिया अपने प्रेमी मोक्ष को बचा पाएगी?
क्या वह सुहागन चुड़ैल के मायाजाल और उसकी शक्तियों को हरा पाएगी?

The Dark Secrets of Suhagan Chudail

The legend of the Suhagan Chudail dates back 200 years, a chilling tale of beauty, betrayal, and black magic. This terrifying story begins in a small kingdom where a beautiful girl named Nishigandha lived. Her beauty was unparalleled, and one fateful day, the king of the land became obsessed with her.

One night, the king summoned Nishigandha to his palace. Before she could understand his intentions, the king tried to force himself on her. In the struggle, the king met with an accident, and he died on the spot. The entire kingdom accused Nishigandha of the king’s murder. Whispers spread that she was no ordinary girl but a chudail (witch). In their fury, the villagers burned Nishigandha alive.

The Transformation into Suhagan Chudail

As her story seemed to end in tragedy, a tantric stumbled upon her charred body. Using his dark magic, he brought her back to life, but Nishigandha was no longer human. She became the Suhagan Chudail, a being thirsty for beauty, power, and immortality.

The tantric revealed to her that she could achieve immortality by acquiring the “16 Shringaar” (sixteen adornments of a married woman). Each Shringaar had a unique power, and to gain them, she had to marry men born under a rare constellation and sacrifice them on the night of a red moon.

Thus, the ordinary Nishigandha became the dreaded Suhagan Chudail, a name that would haunt the region for centuries.

The Chilling Encounter of Arjun and Rani

Arjun and Rani, a newlywed couple living in Jaipur, had an eerie encounter with the Suhagan Chudail. One weekend, they were returning home from a road trip when they stopped at a roadside tea stall. A stunningly beautiful woman walked in, and Arjun couldn’t take his eyes off her.

Rani grew suspicious of the woman, who was adorned with heavy jewelry, including a mangtika and mehendi. Soon, strange events unfolded. The woman touched her mangtika, and out of nowhere, it started raining heavily, despite it being summer.

Against Rani’s wishes, Arjun invited the woman to their home. At home, Rani noticed something odd – the woman didn’t cast a reflection in the mirror, and her face appeared burned.

The True Face of Suhagan Chudail

That night, Rani witnessed the horrifying truth. The woman revealed her true form – half-burned skin and a terrifying face. She used her magical mehendi to bind Arjun and ultimately killed him before vanishing. This was the work of the Suhagan Chudail, who had claimed her 15th Shringaar.

The Final Hunt

With only one Shringaar left to achieve immortality, the Suhagan Chudail set her sights on Moksh, a royal heir from Vajragarh. However, Moksh was protected by his lover Diya, whose love and magical locket might be the key to defeating the Suhagan Chudail.

Will Suhagan Chudail Be Stopped?

Can Diya and Moksh fight the Suhagan Chudail and her sinister powers? Or will she achieve immortality by claiming her 16th Shringaar?

Jatt Nuu Chudail Takri Movie Explained In Hindi

फिल्म की शुरुआत में हमें मुख्य किरदार जलालुद्दीन (गिप्पी ग्रेवाल) को दिखाया जाता है, जो रात को अपने दो दोस्तों के साथ बैठा बातें कर रहा होता है। इसी दौरान, जब उसके दोस्तों की पत्नियां फोन करती हैं, तो मजाक करने के लिए जलालुद्दीन लड़कियों की आवाज में बात करता है। मजाक में औरतों को चुड़ैल कहने की उसकी आदत पास के पेड़ पर बैठी असली चुड़ैल को सुनाई देती है। गुस्से में चुड़ैल जलालुद्दीन को सबक सिखाने आती है, लेकिन वह अपनी बातों से उसे उलझा कर भाग जाता है।Jatt Nuu Chudail Takri

अगली सुबह जलालुद्दीन अपने दोस्तों के साथ एक ऐतिहासिक जगह घूमने जाता है, जहां वे कुछ लड़कियों से मिलते हैं और उनकी दोस्ती हो जाती है। लेकिन तभी उनके दोस्तों की पत्नियां वहां पहुंच जाती हैं, और उसी समय चुड़ैल भी अपना रूप बदलकर आती है। वह अपने जादू से दोस्तों को परेशान करती है, जिससे उनकी पत्नियां गुस्से में आ जाती हैं।

जलालुद्दीन की मुलाकात रानी (सरगुन मेहता) से होती है, जो असल में एक चुड़ैल है। दोनों के बीच प्यार हो जाता है और उनकी शादी हो जाती है। लेकिन शादी के बाद जलाल को रानी के असली रूप का पता चलता है, जब वह उसे पंखे पर उल्टा सोता हुआ देखता है। रानी के पैर उल्टे हो जाते हैं, और उसकी आंखों का रंग बदलने लगता है।

जलालुद्दीन यह सब देखकर डर जाता है और अपने दोस्तों को बताने की कोशिश करता है, लेकिन रानी उसे रोक लेती है। उसकी मां को रानी की सच्चाई पता नहीं चलती, और वह उसे तंग करने के प्लान बनाती है। रानी यह सब सुनकर भी चुप रहती है।

रानी का असली रूप तब सामने आता है जब वह अपनी चुड़ैल शक्तियों का इस्तेमाल करके जलाल की मां को अपने वश में कर लेती है। यहां तक कि वह गांव के एक हाई-जंप कॉम्पटीशन में भाग लेकर जीत भी जाती है। इससे परेशान होकर जलाल एक तांत्रिक बाबा की मदद लेने जाता है। बाबा रानी को एक बोतल में कैद कर देता है और जलाल को सलाह देता है कि वह एक आम लड़की से दूसरी शादी कर ले।

जलाल की शादी उसकी एक्स-गर्लफ्रेंड जिती से तय हो जाती है। लेकिन कुछ बच्चे गलती से रानी को कैद करने वाली बोतल खोल देते हैं। रानी जिती के शरीर में प्रवेश कर जाती है। जलाल को जब यह पता चलता है, तो वह बाबा के पास जाता है, लेकिन बाबा अब रानी की वजह से पैरालाइज हो चुका है।

रानी, जलाल और जिती को अलग करने की कोशिश करती है। वह जिती को मक्खी और बकरी में बदल देती है। अंततः, रानी को अपनी गलती का एहसास होता है। वह अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करके जिती की आत्मा को उसके शरीर में वापस डाल देती है। इसके बाद, वह सबको अलविदा कहकर खुशी-खुशी चली जाती है।

अंत में, सब कुछ सामान्य लगने लगता है, लेकिन आखिरी सीन में एक संकेत दिया जाता है कि रानी शायद फिर लौट आई है।

फिल्म के इस मजेदार और हल्के-फुल्के प्लॉट ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। अगर आपको इसकी एक्सप्लनेशन पसंद आई हो, तो अन्य फिल्मों की एक्सप्लनेशन के लिए कमेंट करें!

Chudail

भीख मांगने वाली चुड़ैल | हाईवे पर भटकती आत्मा की कहानी

कल्याणी अपने गांव में अपनी 8 साल की बेटी दिव्या के साथ रहती थी। उसके पति का काफी पहले निधन हो गया था, जिससे उसकी जिंदगी कठिन हो गई थी। मजबूरन, वह अपनी बेटी के साथ हाईवे पर भीख मांगकर अपना गुजारा करती थी।(chudail)

दुखद हादसा

कल्याणी का सपना था कि दिव्या को पढ़ा-लिखाकर डॉक्टर बनाए, लेकिन हालात ने उसे इस काबिल नहीं छोड़ा। एक दिन हाईवे के किनारे भीख मांगते वक्त, दिव्या अपनी गेंद लेकर सड़क पर चली गई। कल्याणी ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन दोनों एक तेज़ रफ्तार गाड़ी के नीचे आ गए और मौके पर ही उनकी मौत हो गई।

गांव में अनहोनी का सिलसिला

कुछ साल बाद, हाईवे पर लगातार लोगों की लाशें मिलने लगीं। यह मौतें रहस्यमयी थीं, और गांव वाले इसे भूत-प्रेत का साया मानने लगे। इसी दौरान, महेश और सुलोचना का बेटा अमन भी एक दिन घर से गायब हो गया। जब गांव वालों ने उसकी लाश हाईवे पर पाई, तो सुलोचना और महेश सदमे में टूट गए।

महेश की छानबीन

अपने बेटे की मौत की सच्चाई जानने के लिए महेश ने हाईवे पर जाकर जांच शुरू की। एक रात, उसे हाईवे पर भीख मांगती एक औरत और बच्ची दिखीं, जो अचानक गायब हो गईं। यह देखकर महेश को वहां किसी बुरी शक्ति का अंदेशा हुआ।

तांत्रिक की मदद

महेश ने एक तांत्रिक की मदद ली। तांत्रिक ने अनुष्ठान करके सच्चाई का पता लगाया। उसने महेश को बताया कि यह सब एक बुरी शक्ति का काम है। अनुष्ठान के दौरान वही चुड़ैल प्रकट हुई, जिसने महेश के बेटे की हत्या की थी।

भूतिया रहस्य का खुलासा

चुड़ैल ने बताया कि वह और उसकी बेटी वही हैं, जिन्हें महेश ने सालों पहले अपनी कार से कुचल दिया था। उस दिन महेश नशे की हालत में गाड़ी चला रहा था। हादसे के बाद, उसने मदद करने की बजाय मौके से भागना बेहतर समझा।

चुड़ैल ने बदला लेने के लिए महेश के बेटे अमन को मारा, क्योंकि उसने वही कार चलाई थी, जिससे उनकी मौत हुई थी।

महेश का पछतावा

महेश ने अपनी गलती स्वीकार की और पछताया, लेकिन चुड़ैल ने उसे याद दिलाया कि उसके बेटे को खोने का दर्द वैसा ही है, जैसा उसने उस दिन महसूस किया था।

यह कहानी हमें सिखाती है कि लापरवाही से की गई गलतियां कितनी भारी कीमत चुकवा सकती हैं और हमें अपने कर्मों का सामना करना ही पड़ता है।

chudail ki kahani

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भूत चुड़ैलों की खूनी ईद सभी लोग बहुत खुश थे क्योंकि रमजान के दिन चल रहे थे गांव में सभी ने रोजे रखे थे और आपस में ईद के आने की बातें कर रहे थे ईद आने में बस कुछ ही दिन बाकी है अरे हां हमारे घर पर भी तो बहुत कुछ बनेगा इस ईद पर तुम मेरे घर पर जरूर आना फिर मैं तुम्हारे घर आऊंगी सभी को ईद की मुबारकबाद देने तुम दोनों मेरे घर भी आना तुम जैसे गरीबों के घर में हम जैसे अमीर नहीं जाते रुखसार ऐसा कहकर अपनी अमीर सहेली शकीना के साथ वहां से चली जाती है चलो बच्चों घर के अंदर चलो रात को घर से बाहर निकलना ठीक नहीं है अब्बू थोड़ा

खेलने दो तुम दोनों अब अपने कमरे में खेल लेना हामिद जोया और रूबी को उनके कमरे में भेज देता है जिसके बाद वह दोनों एक बॉल से अपने कमरे में ही खेल रही होती हैं और इस वक्त बॉल खिड़की से बाहर नीचे के गिर जाती है अरे यार तुमने यह क्या किया अब अब वो हमें बहुत डांट या अल्लाह मुझे तो सराबी नहीं पता था कि ऐसा हो जाएगा अब हम लोग क्या करें हमारी बॉल बाहर पड़ी है चलो बॉल लेकर आते हैं अब उन्हें बाहर निकलने से म मना किया था अरे किसी ने हमारी बॉल चुरा ली तो रूबी ऐसा कहकर जोया के साथ खिड़की से नीचे कूद जाती है और बॉल उठाने के लिए


आगे बढ़ती है तभी वहां उसे एक आवाज आती है मेरे पास आओ बेटी तुम्हें ईद मुबारक के तौर पर एक तोहफा देती हूं कौन है यहां कौन है तभी उसके सामने एक औरत आती है मैं बहुत करीब हूं और मेरा इस दुनिया में कोई नहीं है क्या तुम मुझे ईद मुबारक नहीं करोगी अल्लाह के लिए अब उने कहा था कि किसी भी अनजान से बात नहीं करनी चाहिए लेकिन तुम मुझसे बात कर सकती हो मैं अनजान हूं लेकिन मैं बुरी नहीं हूं मेरी भी बेटी है शाहीन इधर आओ रूबी के जैसे ही एक शाहीन नाम की लड़की उसके सामने आती है क्या तुम मेरी दोस्त बनोगी क्या मैं भी तुम्हारी तरह इस


बॉल के साथ खेल सकती हूं रूबी उन्हें देखकर उनके ऊपर विश्वास करने लगती है जैसे मेरे लिए मेरी बेटी शाहीन है वैसे ही तुम भी हो आओ गली लगो और ईद मुबारक दो नजमा के इतना कहने पर रूबी उसे गले से लगाने के लिए आगे बढ़ती है तभी पी से जोया उसे रोकने की कोशिश करती है रुक जाओ मत जाओ रूबी अब उन्हें देख लिया तो बहुत मारेंगे जोया के कहने पर भी रूबी उसकी बात नहीं सुन पाती क्योंकि वह फातिमा की तरफ ही आकर्षित होने लगती है जिसके बाद शाहीन जोया के पास जाती है और उसे गले से लगा लेती है छोड़ो छोड़ो मुझे तुम्हें ईद मुबारक हो देखते ही देखते शाहीन एक बहुत


भयानक चुड़ैल में बदल जाती है तो उधर रूबी भी नजमा के पास पहुंच जाती है और उसे गले से लगा लेती है ईद मुबारक हो ईद मुबारक लेते ही अचानक से नजमा एक बहुत ही भयानक चुड़ैल का रूप बदल लेती है और रूबी को पकड़ लेती है आखिर तुम फसी गई छोड़ दो मुझे जाने दो मुझे बहुत डर लग रहा है मैंने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है अल्लाह के लिए मुझे छोड़ दो अब्बू अब्बू हमारी मदद करें हमें बचाए इन चुड़ैलों से कोई नहीं बचाएगा तुम्हें क्योंकि अब यह आखिरी ईद है तुम्हारी अब तुम कहां जाओगी चुड़ैल बेटी इतना कहते ही अपना खंजर निकालती है और जोया को मार देती है तो


वहीं चुड़ैल भी अपना खंजर निकालकर रूबी को मार देती है जिसके बाद दोनों मुस्लिम चुड़ैल मां बेटी वहां से गायब हो जाती हैं अगले दिन सवेरे हमीद को अपने घर के बाहर अपनी दोनों बेटियों की लाश पड़ी हुई नजर आती है या अल्लाह यह क्या हो गया अरे मेरी दोनों बेटियों को किसने मार डाला ऐसा किसने किया होगा वो भी रमज के इन पाक दिनों में हामिद फूट फूट कर रोने लगता है जिसके बाद गांव के सभी मुस्लिम एक साथ इकट्ठे हो जाते हैं अरे मुझे तो समझ ही नहीं आ रहा कि यह मौत का सिलसिला और कब तक चलता रहेगा अरे अब बस बहुत हुआ हमें कोई ना कोई समाधान निकालना


होगा नहीं तो रमजान के पाक दिनों में और भी कई जान जा सकती हैं इन दोनों बहनों को मिलाकर अभी तक हमारे गांव में पूरे 12 लोगों की मौत हो चुकी है हमें पीर बाबा जाना चाहिए अब शायद वही हम हमारी मदद कर सकते हैं गांव के सभी लोग दरगाह पर जाते हैं और वहां चादर चढ़ाने के बाद पीर बाबा से मदद मांगते हैं बाबा हमारी मदद करो हमारे गांव पर परेशानियां आ गई है चिंता मत कर बेटा सब कुछ ठीक हो जाएगा ऊपर बैठे खुदा पर विश्वास रख इस तरह पीर बाबा गांव के सभी लोगों को थोड़ी सी तसल्ली दे देते हैं जिसके बाद अगले दो दिन में ईद आने वाली होती है और सभी डर के मारे अपने घरों


से बाहर तक नहीं निकलते मैं तो घर से बाहर निकलूंगा का परिवार आकर हम पर हमला बोल दे खिड़की दरवाजा बंद कर लो रुखसार रात का समय होता ही जा रहा है रात के समय फिर से चुड़ैल का परिवार गांव में आ जाता है ओ हो कोई भी नहीं है आज तो यहां अब हम अपना शिकार कैसे ढूंढे कैसे ले इन गांव वालों से अपनी मौत का बदला जब तक मैं इस गांव से नामो निशान अमीरों का नहीं मिटा देती तब तक मेरी आत्मा को मुक्ति नहीं मिलेगी भूख लगी है खाना लाओ भूख लगी है खाना लाओ तभी वहां पीर बाबा आते हैं उनके हाथों में बबूती होती है कौन हो तुम लोग और यहां इस


गांव में क्या कर रहे हो यह पूछने वाला तू कौन होता है बाबा चला जा यहां से नहीं जाऊंगा पहले मुझे तुम्हारी हकीकत जाननी है बाबा की यह कहते ही चुड़ैल का भूतिया परिवार अपने खंजर निकालकर बाबा की तरफ बढ़ने लगते हैं जैसे वो सभी बाबा के पास आते हैं पीर बाबा अपनी लाइफ हुई बबूती में कुछ पढ़कर उनके ऊपर फूक देते हैं जिसके बाद चुड़ैल और उसका पूरा परिवार तड़पने लगता है अरे बाबा यह तूने क्या किया क्या फूका है तूने हमारे ऊपर दरगाह की राख है हर बुराई को राख कर देती है अगर तुमने अभी भी नहीं बताया तो नहीं बाबा और कुछ मत करो मैं सब बताती हूं यह कुछ समय पहले की बात


है जब हम इस गांव में रहा करते थे हम सब बहुत गरीब थे बेटी क्या कर रही हो तुम तुम्हें पता है ना आज ईद है चलो तैयार हो जाओ अम्मी जान आप मेरे लिए नए कपड़े तक नहीं लाई हो और कह रही हो कि तैयार हो जाऊं जब मेरी मालकिन मुझे पैसे दे देगी तो मैं तुम्हारे लिए कपड़े ले आऊंगी ठीक है अम्मी जान वैसे आज आपने ईद में क्या बनाया है ज्यादा कुछ नहीं बस सवैया ही बनाई है अम्मी जान हम इतने गरीब क्यों हैं काश हम अमीर होते जैसे गांव के बाकी लोग अमीर हैं तभी वहां अख्तर आता है क्या हुआ क्या बातें चल रही है मां बेटी की के बीच में हम इतने गरीब क्यों हैं अब्बू हमारी यह ईद


भी अच्छे से नहीं जाने वाली अगली बार अच्छे से जाएगी चलो अब अपनी अम्मी के हाथों की बनी सेवइयां खाते हैं अखतर के बोलने पर सब सेवइयां खा ही रहे होते हैं उस दिन उनके घर में पानी खत्म हो गया था पानी खत्म हो गया है मैं पानी लेकर आती हूं नदी से नजमा नदी की तरफ पानी लेने जाती है उसके बाद उसे नदी के पास मरे हुए जानवर दिखाई देते हैं या खुदा यह बेजुबान जानवर यहां मरे हुए अब इस पानी को तो मैं नहीं ले सकती नजमा वहां से वापस आ रही होती है उसे रास्ते में एक हैंड पंप दिखाई देता है यहीं से पानी ले लेती हूं नजमा वहां से पानी भरने

लगती है वो भरकर उसे अपने घर ले आती है लेकिन उसके पीछे-पीछे सभी अमीर उसकी छोटी सी कुटिया के पास पहुंच जाते हैं अरे बाहर निकल तेरी हिम्मत कैसे हुई हमारी हैंड पंप से पानी लेने की नजमा अपने पूरे परिवार के साथ बाहर आती है क्या हुआ यह शोर क्यों है आप यहां आप सभी लोगों को ईद मुबारक अरे इन गांव वालों ने मुझसे शिकायत की है कि तुमने हमारे अमीरों के हैंड पंप से पानी भरा है जो कि बहुत बड़ा गुनाह है तुम जैसे गरीब लोग वहां पानी नहीं भर सकते पानी पर तो सभी का हक है वैसे भी पानी मैं नदी से लेकर आया करती थी आज नदी के पास कुछ जानवर मरे हुए


थे बस चुप हो जाओ मैंने फैसला कर लिया गांव वालों के चलते आज से तुम्हारा इस गांव से दाना पानी खत्म किया जाता है अब तुम इस गांव से बहुत दूर चले जाओ वरना हम अमीर जब भी तुम्हें देखेंगे तो तुम्हारी तरफ पत्थर फेंक कर मारेंगे अब्दुल ऐसा कहकर चला जाता है जिसके बाद उन लोगों को कोई किसी भी चीज के लिए नहीं पूछता उन लोगों के साथ ईद मनाने से लेकर उनके पास खड़े होना भी बहुत बड़ा गुनाह था और इसी की वजह से उन्हें दाना पानी भी नहीं मिल रहा था ऐसा पूरे एक साल तक चलता रहा और अगले साल की ईद पर पूरा परिवार भूखा प्यासा मर गया आप ही बताओ कोई किसी के साथ

ऐसा करता है क्या करीब होने का इतना बड़ा गुनाह है क्या अल्लाह की नजर में में हम सभी एक ही हैं लेकिन यहां लोगों ने ऊंचा नीचा अमीर गरीब सब बना दिया है तुम्हारे साथ जो हुआ बहुत गलत हुआ लेकिन कुछ लोगों की सजा तुम इन सभी लोगों को क्यों दे रही हो बाबा की यह कहते ही पूरा गांव वहां इकट्ठा हो जाता है और एक साथ चुड़ैल से कहता है हम सभी को माफ कर दो हमसे बहुत बड़ी भूल हो गई हम सब दोबारा ऐसा कभी नहीं करेंगे अल्लाह की खातिर यहां से तुम सभी हमेशा के लिए चले जाओ गांव वालों के माफी मांगने के चलते चुड़ैल अपने भूतिया परिवार के साथ वहां से हमेशा हमेशा के लिए चली
जाती है उस दिन के बाद से ईद पर फिर दोबारा किसी के साथ ऐसा कभी नहीं होता और सब ईद अच्छे से मनाते हैं

Chudail Aur insan Ki Prem Kahani | Horror Kahani Story || chudail ki kahani

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अंधेरी रात थी चांदनी ने अपनी चादर खींच ली थी जैसे आसमान ने भी दर्द से मुंह फेर लिया हो एक घाना और वीरान जंगल था और इस जंगल के बीचोंबीच एक टूटी-फूटी झोपड़ी थी इस झोपड़ी में नेहा अपने आंसुओं के समंदर में डूब रही थी पर नेहा की आंखों में सच्चा प्यार था पर नेहा बिल्कुल अकेली थी(chudail ki kahani ) उसके चेहरे पर उदासी के साथ एक अनकही तड़प साफ झलक रही थी वह बार-बार एक ही नाम रट रही थी आरफ आरफ यह नाम उसके दिल की गहराइयों में बसा हुआ था लेकिन उसकी आवाज जैसे जंगल की जड़ंज बनकर खो जाती थी आरव जो कभी उससे मिलने का वादा करके गया था अब आरव लटके वापस नहीं आया नेहा का दिल पूरी

chudail ki kahani 2
तरह से टूटने की कगार पर था लेकिन इस उदासी के बीच उसकी नजर एक पुराने खत पर पड़ी यह खत आरव ने उसे लिखा था उसमें आरव ने लिखा था कि वह एक दिन लौटेगा लेकिन इसी खत के नीचे खून के धब्बे थे नेहा का दिल दहशत से भर गया उसी समय झोपड़ी के पास कुछ पत्तों की सरसराहट सुनाई दी नेहा झोपड़ी से बाहर भागी और देखा कि कोई परछाई तेजी से घने जंगल में गुम हो रही है नेहा को डर और बेचैनी ने जकड़ लिया उसने तुरंत वह खत को पकड़ा और एक बार फिर पूरा खत पढ़ा तभी उसकी आंखों के सामने आरव की एक धुंधली तस्वीर उभर आई जो मदद के लिए पुकार रहा था नेहा को एहसास हुआ कि यह सब कोई खेल था वह

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बहुत घबराई और दौड़ती हुई गांव पहुंची और आरव के करीब दोस्तों से मिली और सभी दोस्तों से सवाल जवाब करने लगी पर आरव के किसी दोस्त ने सही जवाब नेहा को नहीं दिया इनके बाद धीरे-धीरे नेहा को यह समझ आया कि आरव ने किसी को उसके बारे में नहीं बताया था उसकी हर बात को छुपाया गया था यह जानकर उसका गुस्सा फूट पड़ा उसने जंगल के एक बुजुर्ग बाबा से जाकर पूछा और इस बुजुर्ग बाबा ने ने नेहा को कुछ ऐसा कहा जिसने नेहा को आग बबूला कर दिया बाबा ने कहा आरव उस जंगल में चुड़ैल की साजिश का शिकार हो गया होगा बुजुर्ग बाबा ने नेहा को कहा यहां जो प्यार करता है उसकी मौत तय होती

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है नेहा को बाबा की बातों पर यकीन नहीं हुआ और इसी वक्त कि वह खुद जंगल में आरफ की तलाश करने के लिए जाओगी वह झोपड़ी के पीछे एक पुराने कुएं तक पहुंची उस कुएं से एक धी सी सिसकी सुनाई दी जैसे ही उसने इस कुएं में झांका नेहा की रूह कांप गई नहाने ने उस कुएं में आरव की लाश पानी में तैरती देखी फिर भी नेहा के चेहरे पर एक अजीब सुकून था इस कुए के पास एक और खत नेहा को मिला जिस खत में लिखा था नेहा अगर तुम यह खत पढ़ रही हो तो जान लो कि मेरा प्यार सच्चा था लेकिन मैंने चुड़ैल के साथ एक समझौता किया था मुझे तुम्हें बचाने के लिए

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अपनी जान देनी पड़ी नेहा यह खत पीआर एच ने के बाद रह गई थी वह समझ नहीं पा रही थी कि आरव ने किस चुड़ैल का जिक्र किया है तभी नेहा ने अपने कंधे पर किसी की उंगलियों का हल्का स्पर्श महसूस हुआ वह जाट से पलटी और एक खूबसूरत लेकिन भयावह महिला को अपने सामने खड़ा पाया उसने धीमे स्वर में कहा नेहा तुमने मेरे प्यार को मुझसे छीन लिया अब तुम्हारी बारी है नेहा डर से चीख भी नहीं पाई क्या नेहा अपनी जान बचा पाएगी आरव ने जिस समझौते का जिक्र किया था वह समझौते क्या था और चुड़ैल का सच क्या है अगले एपिसोड में आप देखेंगे नेहा की लड़ाई और चुड़ैल की सच्चाई दोनों का पर्दाफाश

https://youtu.be/kdssCamPHmo?feature=shared

Chudail ki kahani: दोस्ती, संघर्ष और सफलता की अनोखी दास्तां

उमा एक छोटे से गांव से शहर में पढ़ाई करने आई थी। उसके गरीब माता-पिता बड़ी मुश्किल से उसकी पढ़ाई का खर्च जुटा पाते थे। शहर में उसने एक छोटी-सी बस्ती में किराए पर कमरा लिया हुआ था। हालात मुश्किल थे, लेकिन उमा ने कभी हार मानने की नहीं सोची।

एक दिन, जब उमा किराने की दुकान पर सामान लेने गई, तो उसकी मुलाकात शीना नाम की चाइनीज लड़की से हुई, जो सस्ते कमरे की तलाश में थी। उमा ने उसे अपने साथ रहने का प्रस्ताव दिया। शीना और उमा साथ रहने लगीं, और उनकी दोस्ती गहरी हो गई।

हालांकि, पैसों की तंगी उनकी सबसे बड़ी समस्या बन गई। दोनों ने मिलकर एक हल सोचा – शीना के स्वादिष्ट चाइनीज फूड का ठेला लगाना। उनके ठेले का सस्ता और स्वादिष्ट खाना लोगों को बेहद पसंद आया, और उनका काम तेजी से चल पड़ा।

लेकिन उनकी खुशी ज्यादा दिनों तक टिक नहीं पाई। शीना की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी। कई अस्पतालों और दवाओं के बावजूद, शीना की हालत खराब होती गई, और एक दिन उसने हमेशा के लिए उमा को छोड़ दिया। उमा अपने सबसे अच्छे दोस्त को खोने के गम में टूट गई।

Chudail ki kahani का अद्भुत मोड़

उमा जब शीना को याद कर रही थी, तभी उसने अपने कंधे पर किसी का स्पर्श महसूस किया। पलटकर देखा, तो वह एक चुड़ैल थी। वह चुड़ैल कोई और नहीं, बल्कि शीना की आत्मा थी, जो उमा की मदद करने के लिए वापस आई थी।

शीना ने उमा का साथ देने का वादा किया। उसने अपनी चुड़ैल शक्तियों से चाइनीज फूड बनाना शुरू किया और उमा से कहा कि वह अब अपनी पढ़ाई पर ध्यान दे। उमा ने मेहनत की और कॉलेज में टॉप किया। उसे विदेश में पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप मिली।

दोस्ती का अमर बंधन

विदेश जाने से पहले उमा ने चुड़ैल शीना को गले लगाते हुए कहा, “तुमने मेरी जिंदगी बदल दी।” शीना ने मुस्कुराते हुए कहा, “तुम्हारी सफलता मेरा मकसद था। अब मेरी आत्मा को शांति मिलेगी।”

इसके बाद शीना ने हमेशा के लिए विदाई ली।

सफलता की नई उड़ान

विदेश से पढ़ाई पूरी करने के बाद उमा शहर लौटी और उसे एक बड़ी नौकरी मिली। उसने अपने माता-पिता को भी अपने साथ बुला लिया। हालांकि, उमा कभी अपनी दोस्त शीना और उनके साथ बिताए पलों को नहीं भूली।

यह Chudail ki kahani” केवल एक अद्भुत दोस्ती की मिसाल ही नहीं, बल्कि यह सिखाती है कि सच्चे दोस्त कभी साथ नहीं छोड़ते, चाहे वे इस दुनिया में हों या नहीं।

Haunted Walk Home: A Spine-Chilling School horror Story

foreign happened to me one year ago (school horror story) our final exams were coming up and I still needed to do a lot more preparation usually our School’s library would close by five but because of the exams the school decided that the library would be kept open until midnight so that if kids wanted they could stay to study and prepare for the exams my house wasn’t far away from the school so instead of studying at home I preferred studying in the quiet calm library and mostly prepared for the exams there that day I left my house at six o’clock

and soon reached the library to prepare for the exams I was so absorbed and studying I didn’t realize that it was now 10 o’clock I had never stayed in the library for that long usually I would be on my way home at around 8 even at eight o’clock there would be at least some students in the library but at 10 there was absolute silence I only had about 10 to 15 minutes of work left so I decided I’ll just finish this quickly and then return home I was completely lost in my work when I heard someone limping foreign

books and ran out of the library there’s a very long Corridor outside our school library at the end of that Corridor when you turn right you’ll find the school exit door I went through the corridor and was quickly getting near the exit when I saw a woman standing at the end of that corridor I didn’t know who she was but as I got nearer I felt more and more uncomfortable I got so uncomfortable that I called out who’s there as soon as I said that she was gone within a few seconds I cite a breath of relief and continued

out the front door due to exhaustion and hunger I couldn’t even walk properly but I noticed that the street was strangely completely empty which was extremely odd because this street is normally very busy even at night you can see people walking on the street due to panic and fear I kept looking at the ground while walking I was nearly home when suddenly I saw a shadow on the ground stretching out to me even though there was no one around me when I lifted my head I saw a woman walking in front of me

I found her very strange she looked as if she was disabled and that she was having trouble walking and she was walking so slowly that I caught up to her in no time now I was so close to her that I could see her clearly she was wearing tattered dirty clothes and her hands and feet were twisted also her hair looked very messy I found it so strange that I stopped in my tracks my gut was telling me over and over not to go any closer to this woman I didn’t even have the courage to overtake her and walk on

foreign I was frozen I couldn’t utter a word due to shock my brain went numb I didn’t know how to answer her strange question fear I pointed far far away to the woman over there just wanted her to go away she limped to where I had pointed to her and she walked so far away that I couldn’t see her anymore I was terrified of the thought

that she might appear in front of me again so I ran as fast as I could at that point my brain couldn’t think about anything else other than finding someone who could help me a car or a person or anyone and then at that moment I heard that woman screaming from far away she is here after that I remember nothing when I became conscious I found out that my neighbor found me passed out on the ground and he brought me home I found this out from him that in 1998 there was a 32 year old woman named Agatha

she had a 10 year old daughter who also went to Eden Hill School one day while playing with her friends she had an accident and died Agatha couldn’t bear the thought of losing her child after that Agatha’s ghost was seen roaming around in Eden Hill school and the surrounding area looking for her Lost Child she’s still wondering hoping to be reunited with her daughter once again

Chudail

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