chudail ki kahani

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भूत चुड़ैलों की खूनी ईद सभी लोग बहुत खुश थे क्योंकि रमजान के दिन चल रहे थे गांव में सभी ने रोजे रखे थे और आपस में ईद के आने की बातें कर रहे थे ईद आने में बस कुछ ही दिन बाकी है अरे हां हमारे घर पर भी तो बहुत कुछ बनेगा इस ईद पर तुम मेरे घर पर जरूर आना फिर मैं तुम्हारे घर आऊंगी सभी को ईद की मुबारकबाद देने तुम दोनों मेरे घर भी आना तुम जैसे गरीबों के घर में हम जैसे अमीर नहीं जाते रुखसार ऐसा कहकर अपनी अमीर सहेली शकीना के साथ वहां से चली जाती है चलो बच्चों घर के अंदर चलो रात को घर से बाहर निकलना ठीक नहीं है अब्बू थोड़ा

खेलने दो तुम दोनों अब अपने कमरे में खेल लेना हामिद जोया और रूबी को उनके कमरे में भेज देता है जिसके बाद वह दोनों एक बॉल से अपने कमरे में ही खेल रही होती हैं और इस वक्त बॉल खिड़की से बाहर नीचे के गिर जाती है अरे यार तुमने यह क्या किया अब अब वो हमें बहुत डांट या अल्लाह मुझे तो सराबी नहीं पता था कि ऐसा हो जाएगा अब हम लोग क्या करें हमारी बॉल बाहर पड़ी है चलो बॉल लेकर आते हैं अब उन्हें बाहर निकलने से म मना किया था अरे किसी ने हमारी बॉल चुरा ली तो रूबी ऐसा कहकर जोया के साथ खिड़की से नीचे कूद जाती है और बॉल उठाने के लिए


आगे बढ़ती है तभी वहां उसे एक आवाज आती है मेरे पास आओ बेटी तुम्हें ईद मुबारक के तौर पर एक तोहफा देती हूं कौन है यहां कौन है तभी उसके सामने एक औरत आती है मैं बहुत करीब हूं और मेरा इस दुनिया में कोई नहीं है क्या तुम मुझे ईद मुबारक नहीं करोगी अल्लाह के लिए अब उने कहा था कि किसी भी अनजान से बात नहीं करनी चाहिए लेकिन तुम मुझसे बात कर सकती हो मैं अनजान हूं लेकिन मैं बुरी नहीं हूं मेरी भी बेटी है शाहीन इधर आओ रूबी के जैसे ही एक शाहीन नाम की लड़की उसके सामने आती है क्या तुम मेरी दोस्त बनोगी क्या मैं भी तुम्हारी तरह इस


बॉल के साथ खेल सकती हूं रूबी उन्हें देखकर उनके ऊपर विश्वास करने लगती है जैसे मेरे लिए मेरी बेटी शाहीन है वैसे ही तुम भी हो आओ गली लगो और ईद मुबारक दो नजमा के इतना कहने पर रूबी उसे गले से लगाने के लिए आगे बढ़ती है तभी पी से जोया उसे रोकने की कोशिश करती है रुक जाओ मत जाओ रूबी अब उन्हें देख लिया तो बहुत मारेंगे जोया के कहने पर भी रूबी उसकी बात नहीं सुन पाती क्योंकि वह फातिमा की तरफ ही आकर्षित होने लगती है जिसके बाद शाहीन जोया के पास जाती है और उसे गले से लगा लेती है छोड़ो छोड़ो मुझे तुम्हें ईद मुबारक हो देखते ही देखते शाहीन एक बहुत


भयानक चुड़ैल में बदल जाती है तो उधर रूबी भी नजमा के पास पहुंच जाती है और उसे गले से लगा लेती है ईद मुबारक हो ईद मुबारक लेते ही अचानक से नजमा एक बहुत ही भयानक चुड़ैल का रूप बदल लेती है और रूबी को पकड़ लेती है आखिर तुम फसी गई छोड़ दो मुझे जाने दो मुझे बहुत डर लग रहा है मैंने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है अल्लाह के लिए मुझे छोड़ दो अब्बू अब्बू हमारी मदद करें हमें बचाए इन चुड़ैलों से कोई नहीं बचाएगा तुम्हें क्योंकि अब यह आखिरी ईद है तुम्हारी अब तुम कहां जाओगी चुड़ैल बेटी इतना कहते ही अपना खंजर निकालती है और जोया को मार देती है तो


वहीं चुड़ैल भी अपना खंजर निकालकर रूबी को मार देती है जिसके बाद दोनों मुस्लिम चुड़ैल मां बेटी वहां से गायब हो जाती हैं अगले दिन सवेरे हमीद को अपने घर के बाहर अपनी दोनों बेटियों की लाश पड़ी हुई नजर आती है या अल्लाह यह क्या हो गया अरे मेरी दोनों बेटियों को किसने मार डाला ऐसा किसने किया होगा वो भी रमज के इन पाक दिनों में हामिद फूट फूट कर रोने लगता है जिसके बाद गांव के सभी मुस्लिम एक साथ इकट्ठे हो जाते हैं अरे मुझे तो समझ ही नहीं आ रहा कि यह मौत का सिलसिला और कब तक चलता रहेगा अरे अब बस बहुत हुआ हमें कोई ना कोई समाधान निकालना


होगा नहीं तो रमजान के पाक दिनों में और भी कई जान जा सकती हैं इन दोनों बहनों को मिलाकर अभी तक हमारे गांव में पूरे 12 लोगों की मौत हो चुकी है हमें पीर बाबा जाना चाहिए अब शायद वही हम हमारी मदद कर सकते हैं गांव के सभी लोग दरगाह पर जाते हैं और वहां चादर चढ़ाने के बाद पीर बाबा से मदद मांगते हैं बाबा हमारी मदद करो हमारे गांव पर परेशानियां आ गई है चिंता मत कर बेटा सब कुछ ठीक हो जाएगा ऊपर बैठे खुदा पर विश्वास रख इस तरह पीर बाबा गांव के सभी लोगों को थोड़ी सी तसल्ली दे देते हैं जिसके बाद अगले दो दिन में ईद आने वाली होती है और सभी डर के मारे अपने घरों


से बाहर तक नहीं निकलते मैं तो घर से बाहर निकलूंगा का परिवार आकर हम पर हमला बोल दे खिड़की दरवाजा बंद कर लो रुखसार रात का समय होता ही जा रहा है रात के समय फिर से चुड़ैल का परिवार गांव में आ जाता है ओ हो कोई भी नहीं है आज तो यहां अब हम अपना शिकार कैसे ढूंढे कैसे ले इन गांव वालों से अपनी मौत का बदला जब तक मैं इस गांव से नामो निशान अमीरों का नहीं मिटा देती तब तक मेरी आत्मा को मुक्ति नहीं मिलेगी भूख लगी है खाना लाओ भूख लगी है खाना लाओ तभी वहां पीर बाबा आते हैं उनके हाथों में बबूती होती है कौन हो तुम लोग और यहां इस


गांव में क्या कर रहे हो यह पूछने वाला तू कौन होता है बाबा चला जा यहां से नहीं जाऊंगा पहले मुझे तुम्हारी हकीकत जाननी है बाबा की यह कहते ही चुड़ैल का भूतिया परिवार अपने खंजर निकालकर बाबा की तरफ बढ़ने लगते हैं जैसे वो सभी बाबा के पास आते हैं पीर बाबा अपनी लाइफ हुई बबूती में कुछ पढ़कर उनके ऊपर फूक देते हैं जिसके बाद चुड़ैल और उसका पूरा परिवार तड़पने लगता है अरे बाबा यह तूने क्या किया क्या फूका है तूने हमारे ऊपर दरगाह की राख है हर बुराई को राख कर देती है अगर तुमने अभी भी नहीं बताया तो नहीं बाबा और कुछ मत करो मैं सब बताती हूं यह कुछ समय पहले की बात


है जब हम इस गांव में रहा करते थे हम सब बहुत गरीब थे बेटी क्या कर रही हो तुम तुम्हें पता है ना आज ईद है चलो तैयार हो जाओ अम्मी जान आप मेरे लिए नए कपड़े तक नहीं लाई हो और कह रही हो कि तैयार हो जाऊं जब मेरी मालकिन मुझे पैसे दे देगी तो मैं तुम्हारे लिए कपड़े ले आऊंगी ठीक है अम्मी जान वैसे आज आपने ईद में क्या बनाया है ज्यादा कुछ नहीं बस सवैया ही बनाई है अम्मी जान हम इतने गरीब क्यों हैं काश हम अमीर होते जैसे गांव के बाकी लोग अमीर हैं तभी वहां अख्तर आता है क्या हुआ क्या बातें चल रही है मां बेटी की के बीच में हम इतने गरीब क्यों हैं अब्बू हमारी यह ईद


भी अच्छे से नहीं जाने वाली अगली बार अच्छे से जाएगी चलो अब अपनी अम्मी के हाथों की बनी सेवइयां खाते हैं अखतर के बोलने पर सब सेवइयां खा ही रहे होते हैं उस दिन उनके घर में पानी खत्म हो गया था पानी खत्म हो गया है मैं पानी लेकर आती हूं नदी से नजमा नदी की तरफ पानी लेने जाती है उसके बाद उसे नदी के पास मरे हुए जानवर दिखाई देते हैं या खुदा यह बेजुबान जानवर यहां मरे हुए अब इस पानी को तो मैं नहीं ले सकती नजमा वहां से वापस आ रही होती है उसे रास्ते में एक हैंड पंप दिखाई देता है यहीं से पानी ले लेती हूं नजमा वहां से पानी भरने

लगती है वो भरकर उसे अपने घर ले आती है लेकिन उसके पीछे-पीछे सभी अमीर उसकी छोटी सी कुटिया के पास पहुंच जाते हैं अरे बाहर निकल तेरी हिम्मत कैसे हुई हमारी हैंड पंप से पानी लेने की नजमा अपने पूरे परिवार के साथ बाहर आती है क्या हुआ यह शोर क्यों है आप यहां आप सभी लोगों को ईद मुबारक अरे इन गांव वालों ने मुझसे शिकायत की है कि तुमने हमारे अमीरों के हैंड पंप से पानी भरा है जो कि बहुत बड़ा गुनाह है तुम जैसे गरीब लोग वहां पानी नहीं भर सकते पानी पर तो सभी का हक है वैसे भी पानी मैं नदी से लेकर आया करती थी आज नदी के पास कुछ जानवर मरे हुए


थे बस चुप हो जाओ मैंने फैसला कर लिया गांव वालों के चलते आज से तुम्हारा इस गांव से दाना पानी खत्म किया जाता है अब तुम इस गांव से बहुत दूर चले जाओ वरना हम अमीर जब भी तुम्हें देखेंगे तो तुम्हारी तरफ पत्थर फेंक कर मारेंगे अब्दुल ऐसा कहकर चला जाता है जिसके बाद उन लोगों को कोई किसी भी चीज के लिए नहीं पूछता उन लोगों के साथ ईद मनाने से लेकर उनके पास खड़े होना भी बहुत बड़ा गुनाह था और इसी की वजह से उन्हें दाना पानी भी नहीं मिल रहा था ऐसा पूरे एक साल तक चलता रहा और अगले साल की ईद पर पूरा परिवार भूखा प्यासा मर गया आप ही बताओ कोई किसी के साथ

ऐसा करता है क्या करीब होने का इतना बड़ा गुनाह है क्या अल्लाह की नजर में में हम सभी एक ही हैं लेकिन यहां लोगों ने ऊंचा नीचा अमीर गरीब सब बना दिया है तुम्हारे साथ जो हुआ बहुत गलत हुआ लेकिन कुछ लोगों की सजा तुम इन सभी लोगों को क्यों दे रही हो बाबा की यह कहते ही पूरा गांव वहां इकट्ठा हो जाता है और एक साथ चुड़ैल से कहता है हम सभी को माफ कर दो हमसे बहुत बड़ी भूल हो गई हम सब दोबारा ऐसा कभी नहीं करेंगे अल्लाह की खातिर यहां से तुम सभी हमेशा के लिए चले जाओ गांव वालों के माफी मांगने के चलते चुड़ैल अपने भूतिया परिवार के साथ वहां से हमेशा हमेशा के लिए चली
जाती है उस दिन के बाद से ईद पर फिर दोबारा किसी के साथ ऐसा कभी नहीं होता और सब ईद अच्छे से मनाते हैं

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