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Girls hostel || Horror story || bhoot wali kahani || Real horror hostel story


अगर आपको हमारी कहानी पसंद आए तो प्लीज हमारे चैनल को लाइक और सब्सक्राइब जरूर करें। नायरा की सांसे तेज चल रही थी। वह हॉस्टल के बाथरूम में शीशे के सामने खड़ी थी। उसके बाल बिखरे हुए थे और चेहरा डर से सफेद पड़ चुका था। लेकिन उसके हाथ कांप रहे थे। उस रात पहली बार नायरा को पछतावा कि वह देर रात तक पढ़ने की आदत क्यों नहीं छोड़ती। 5 साल पहले इसी बोर्डिंग स्कूल के गर्ल्स हॉस्टल में एक दुखद घटना हुई थी। नौवीं कक्षा की होनहार छात्रा अनुष्का की पांचवी मंजिल के एक कमरे में रहस्यमय मौत हो गई थी। ना कोई आत्महत्या का सुराग मिला ना ही

हत्या का। पुलिस ने केस बंद कर दिया। लेकिन अफवाहें जिंदा रही कि अनुष्का की आत्मा अब भी पांचवी मंजिल पर भटकती है। अब वही हॉस्टल, वही फ्लोर जहां नायरा और सिया साथ रहते थे। सिया सुबह पढ़ती और नायरा पूरी रात सिया हमेशा अपनी मां का दिया हुआ काला धागा पहनती थी और चश्मा लगाए बिना कभी नहीं दिखती थी। 10 दिसंबर की रात रात के 12:30 नायरा पढ़ाई कर रही थी। सिया गहरी नींद में थी। नायरा का गला सूखने लगा और वह कॉफी लेने कॉरिडोर की ओर चल दी। हॉस्टल में सन्नाटा था। कॉफी मशीन की आवाज के अलावा कुछ नहीं। जैसे ही नायरा ने मशीन बंद की और मुड़ी उसके हाथ से मग गिर गया।

उसके पीछे सिया खड़ी थी लेकिन कुछ अजीब था। सिया ने चश्मा नहीं पहना था। हाथ में काला धागा भी नहीं था और उसका चेहरा अंधेरे में आधा छिपा हुआ था। सिया ने धीरे से कहा। चलो पांचवी मंजिल की बालकनी में चलते हैं। नायरा हैरान रह गई। उससे पहले कि वह कुछ कहती। सिया ने उसका हाथ पकड़ कर सीढ़ियों की ओर खींच लिया। जब वे सीढ़ियां चढ़ रहे थे, नायरा को एक और बात अजीब लगी। सिर्फ उसकी चप्पलों की आवाज आ रही थी। सिया नंगे पैर थी। फ्लोर का दरवाजा खुला था जो हफ्ते में सिर्फ एक दिन साफ सफाई के लिए खुलता था। वह दोनों उस मंजिल पर पहुंचे और एक कमरे

में घुस गए। यह वही कमरा था जहां अनुष्का मरी थी। कमरे की दीवारों पर जमी धूल में एक चीज ने नायरा को जड़ कर दिया। दीवार पर नाखून से लिखा था 10 दिसंबर। बालकनी की तरफ जाते हुए सिया ने नायरा की ओर मुड़कर देखा। उसकी आंखें पूरी सफेद थी। चेहरे पर अजीब सी मुस्कान थी। सिया बोली, जंप करो। नायरा समझ नहीं पा रही थी कि सिया उसे नीचे कूदने को क्यों कह रही है। वो कांपने लगी। सिया की आवाज तेज और भारी होती गई। जंप जंप जंप। नायरा की आंखें बंद होने लगी। वह जैसे सम्मोहित हो रही थी। उसने अपने बाल खोल दिए। वे बाल ऐसे उड़ने लगे जैसे कोई ताकत

उस पर हावी हो रही हो। लेकिन तभी नीचे के फ्लोर से किसी चीज के गिरने की जोरदार आवाज आई। वो आवाज नायरा को होश में ले आई। उसने सिया को धक्का दिया और वहां से भाग गई। पीछे से एक भयानक दहाड़ की आवाज आई। लेकिन नायरा ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। रूम में पहुंचकर जब नायरा ने दरवाजा बंद किया और मुड़ी तो उसने जो देखा उसके तो पैरों तले जमीन खिसक गई। सिया उसी करवट में गहरी नींद में सो रही थी जैसे वह कभी उठी ही नहीं थी। नायरा ने डर से उसे उठाया। सिया ने उसकी हालत देखी और गले लगा लिया। लेकिन नायरा उस रात कुछ नहीं कह सकी। अगले दिन से नायरा ने रात में पढ़ना


बंद कर दिया। वह चुपचप रहने लगी। जब सिया ने दोबारा उससे उस रात के बारे में पूछा तो नायरा ने सच-सच सब कुछ बता दिया। सिया हिल गई क्योंकि उसे याद आया कि अनुष्का की मौत भी 10 दिसंबर को ही हुई थी। जिस दिन वह सब हुआ ठीक उसी दिन अब यह सिर्फ कहानी नहीं रही थी। वह सब सच था। तब से दोनों लड़कियों ने उस मंजिल के बारे में कभी बात नहीं की। लेकिन आज भी वह रात उनके ज़हन में जिंदा है। अगर आपको यह कहानी पसंद आई हो तो हमारे चैनल कार्टून टेल्स को जरूर सब्सक्राइब करें। अगली बार फिर मिलेंगे एक और रूह का पा देने वाली कहानी के sath

Chhalava Aur Flyover Horror Story

रात का समय। एक सुनसान सड़क। वेदा और श्याम एक भारी ट्रक में सवार हैं। वेदा ट्रक चला रहा है, जबकि श्याम बगल की सीट पर बैठा है। सड़क पर सन्नाटा है, और ठंडी हवा कानों में सनसनाती है।

“ए वेदा, थोड़ा धीरे चला यार! इतनी जल्दी क्या है?” श्याम चिल्लाता है, जब ट्रक एक तीखे मोड़ पर तेजी से मुड़ता है।
“अरे, सुबह तक माल डिलीवर करना है। चुप बैठ!” वेदा जवाब देता है। उसकी आँखें सड़क पर टिकी हैं, लेकिन उसका चेहरा थका हुआ और अजीब सा लग रहा है।
“यार, तू ये टॉनिक पीना बंद कर। ये तेरा भूत जैसा चेहरा देख!” श्याम मजाक करता है, लेकिन उसकी हंसी में एक अजीब सी घबराहट है।
“चल, एक पैग और बना,” वेदा हंसते हुए कहता है।

तभी सड़क पर एक बोर्ड नजर आता है: “धीरे चलें, फ्लाई ओवर आगे है।”
वेदा उसे अनदेखा कर देता है। ट्रक तेजी से फ्लाई ओवर पर चढ़ता है। अचानक, सामने से एक तेज रोशनी चमकती है। श्याम चिल्लाता है, “ए वेदा, धीरे!” लेकिन वेदा का चेहरा पत्थर की तरह सख्त हो जाता है। ट्रक अनियंत्रित होकर फ्लाई ओवर से नीचे गिर जाता है। एक भयानक धमाका… और फिर सन्नाटा।


विजय का ऑफिस, अगली सुबह
कॉन्ट्रैक्टर विजय अपने ऑफिस में बैठा है। उसका सहायक रवि दौड़ता हुआ आता है।
“सर, सुना आपने? रतनपुर फ्लाई ओवर पर फिर से एक्सीडेंट हो गया! ये 20वां हादसा है!”
विजय का चेहरा तन जाता है। “फिर से? ये क्या हो रहा है वहां? लोग पीकर गाड़ी चलाते हैं, इसलिए मरते हैं!”
“नहीं सर, लोग कह रहे हैं कि वो फ्लाई ओवर भूतिया है। वहां से 100 मीटर दूर एक कब्रिस्तान भी है,” रवि धीरे से कहता है।
“भूत-वूत कुछ नहीं होता, रवि! मैं एक टीम भेजता हूं। तू चाय ला,” विजय गुस्से में कहता है।

लेकिन विजय के दिमाग में एक पुरानी बात कौंधती है। जब फ्लाई ओवर बन रहा था, तब एक बूढ़ा आदमी आया था। उसने चेतावनी दी थी, “ये जगह छेड़ना ठीक नहीं। यहाँ सो रही आत्माओं को जगाओगे, तो बहुत खून बहेगा।” विजय ने उसे पागल समझकर भगा दिया था। लेकिन अब… क्या वो बूढ़ा सही था?


रात का सन्नाटा और संजीव की गाड़ी
संजीव अपनी पत्नी और साली के साथ कार में है। रात गहरी हो चुकी है। वो यू-टर्न लेकर उसी फ्लाई ओवर की सड़क पर आ जाता है।
“ये रास्ता छोटा है, जल्दी घर पहुंच जाएंगे,” संजीव कहता है।
तभी एक तेज हॉर्न की आवाज आती है। एक ट्रक उनकी गाड़ी को ओवरटेक करता है।
“पागल है ये ड्राइवर!” संजीव गुस्से में कहता है। वो गाड़ी साइड में रोकता है। “रुक, टायर चेक करता हूं।”

संजीव बाहर निकलता है। टायर ठीक हैं, लेकिन उसे एक अजीब सी ठंड महसूस होती है। झाड़ियों के पास वो एक बच्चे को देखता है, जो उसे घूर रहा है। बच्चे की आँखें खाली और डरावनी हैं। संजीव की सांस अटक जाती है। “इतनी रात में ये बच्चा?” वो जल्दी से गाड़ी में बैठता है।

गाड़ी फिर चल पड़ती है। फ्लाई ओवर पर चढ़ते ही संजीव को पीछे की सीट पर वही बच्चा दिखता है, जो उसकी पत्नी और साली के बीच बैठा है। संजीव की चीख निकल जाती है। गाड़ी अनियंत्रित होकर फ्लाई ओवर से नीचे गिर जाती है।


विजय का सामना सच्चाई से
विजय को अपने सीनियर से डांट पड़ती है। “21 एक्सीडेंट, 80 मौतें! विजय, तूने उस फ्लाई ओवर को बनवाया था। अब तू ही बता, वहां क्या हो रहा है?”
विजय जवाब देता है, “सर, मैंने रोड चेक की। कोई कमी नहीं है। डिवाइडर, सड़क, सब ठीक है।”
“तो फिर हर हादसा उसी फ्लाई ओवर पर क्यों?” सीनियर गुस्से में पूछता है। “लोग कह रहे हैं वहां भूत हैं। और वो कब्रिस्तान?”
विजय चुप रहता है, लेकिन उसका मन अशांत है।

उसी रात, विजय फ्लाई ओवर पर जाता है। वो अपनी गाड़ी में बैठकर निगरानी करता है। अचानक, उसे एक बूढ़ा आदमी झाड़ू लगाते दिखता है।
“बाबा, इतनी रात में झाड़ू क्यों?” विजय पूछता है।
बूढ़ा हंसता है, “रात में लोग आते हैं, पर दिखते नहीं। तेरा फ्लाई ओवर अब भूतों का घर बन चुका है।”
विजय गुस्से में कहता है, “मैं भूतों पर यकीन नहीं करता!”
बूढ़ा गायब हो जाता है। विजय अपनी गाड़ी की तरफ जाता है, लेकिन गाड़ी में वही बूढ़ा बैठा दिखता है। वो दौड़कर गाड़ी तक पहुंचता है, पर कोई नहीं होता।


तीन दोस्तों की आखिरी रात
तीन दोस्त—कपिल, प्रतीक और विमल—वायरल वीडियो बनाने के चक्कर में उसी फ्लाई ओवर पर आते हैं।
“यार, ये जगह डरावनी है,” विमल घबराते हुए कहता है।
“अरे, डरने की क्या बात? भूत-वूत कुछ नहीं होता!” कपिल हंसता है।

गाड़ी यू-टर्न लेती है। सड़क पर एक काली बिल्ली दिखती है, जो अचानक गायब हो जाती है। प्रतीक को ठंडी हवा में कुछ अजीब सा महसूस होता है। वो गाड़ी रोककर बाहर निकलता है। पास की दीवार पर वो सुसु करता है, बेखबर कि वो दीवार कब्रिस्तान से सटी है।

अचानक, उसके कंधे पर एक ठंडा, खूनी हाथ रखा जाता है। प्रतीक मुड़ता है, लेकिन कोई नहीं होता। गाड़ी में बैठते ही उसे अपने कंधे पर खून का निशान दिखता है। डर के मारे उसकी सांसें रुकने लगती हैं।

कपिल गाड़ी तेजी से फ्लाई ओवर पर चढ़ाता है। तभी गाड़ी के शीशे पर एक खूनी हाथ का निशान उभरता है। कपिल की चीख निकलती है, और गाड़ी फ्लाई ओवर से नीचे गिर जाती है। कपिल और प्रतीक की मौके पर ही मौत हो जाती है। विमल जख्मी हालत में बाहर निकलता है, चिल्लाता हुआ, “मैंने कहा था, यहां मत आओ! कोई जिंदा नहीं बचता!”


विजय का सपना और आखिरी कोशिश
विजय को रात में एक सपना आता है, जिसमें वो तीन दोस्तों का एक्सीडेंट देखता है। वो रवि को फोन करता है, “रवि, मेरा सपना सच हो सकता है। हमें फ्लाई ओवर पर जाना होगा। किसी की जान बचानी है!”
रवि हंसता है, “सपना ही तो है, सर!”
“नहीं, मेरा दिल कह रहा है, कुछ गलत होने वाला है। चल मेरे साथ!”

विजय फ्लाई ओवर की ओर भागता है। रास्ते में उसे वही बूढ़ा दिखता है। “तूने ये फ्लाई ओवर बनाया। अब देख, कितनी जानें गईं। और अभी और जाएंगी!” बूढ़ा गायब हो जाता है।

विजय गाड़ी तेज करता है। फ्लाई ओवर पर पहुंचते ही उसे वो तीन दोस्तों की गाड़ी दिखती है। वो बचाने की कोशिश करता है, लेकिन अचानक उसकी गाड़ी अनियंत्रित हो जाती है। एक भयानक टक्कर… और जब विजय को होश आता है, वो देखता है कि उसकी गाड़ी और तीन दोस्तों की गाड़ी दोनों दुर्घटनाग्रस्त हैं।


अंत
अगले दिन, फ्लाई ओवर पर एक बोर्ड लग जाता है: “हॉन्टेड फ्लाई ओवर।”
विजय, जिसने ये फ्लाई ओवर बनाया था, उसी में हुए एक हादसे में मर जाता है। लोग कहते हैं कि कब्रिस्तान की आत्माएं कभी शांत नहीं हुईं। और जो भी उस फ्लाई ओवर से गुजरता है, वो कभी जिंदा वापस नहीं आता।

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Ek Hawas Ki Bhooki Chudail | Real Horror Story

तो दोस्तों, कल्पना कीजिए कि आप किसी पुरानी हवेली में भटक रहे हैं। वहां आपका एक खूबसूरत और रहस्यमय लड़की से मुलाकात हो जाती है। उसकी खूबसूरती देखकर आप इतने मोहित हो जाते हैं कि आप ऐसा कुछ कर बैठते हैं जो शायद ही कभी सोचा हो। लेकिन, यह सब आपकी ज़िंदगी की सबसे बड़ी गलती साबित होती है। कैसा महसूस होगा? यह जानने के लिए आज की कहानी आपको ज़रूर पढ़नी चाहिए।

आज की कहानी का टॉपिक है – “एक हवस की भूखी चुड़ैल”


कहानी की शुरुआत:

दोस्तों, आज की कहानी अरमान और जोया की है। ये दोनों बहुत अच्छे दोस्त हैं। लेकिन जोया का हाल ही में ब्रेकअप हो गया है, और वो मानसिक रूप से बहुत परेशान है। अरमान ने उसे संभाला और उसके लिए एक ट्रिप प्लान की। उन्होंने सोचा कि ये ट्रिप जोया को अपने ब्रेकअप का दर्द भूलने में मदद करेगी।

वो दोनों पहाड़ों पर ट्रेकिंग के लिए निकले। वहां बहुत सारे लोकल लोग थे, और उन्होंने उनके साथ मस्ती की। लेकिन जैसे-जैसे वो आगे बढ़ते गए, उन्हें एक पुरानी और वीरान हवेली दिखी। ये हवेली बहुत नेगेटिव वाइब्स दे रही थी।

अरमान को ऐसी जगहें बहुत पसंद थीं, तो उसने सोचा कि वो इस हवेली में घुस जाएं। लेकिन एक लोकल आदमी ने उन्हें रोका और कहा, “भैया, यहां मत जाओ। इस हवेली से हर रात एक औरत की चिल्लाहट की आवाज आती है।”

लेकिन अरमान ने उसकी बात को अनदेखा कर दिया और जोया के साथ अंदर चला गया।


हवेली के अंदर:

जैसे ही वो अंदर गए, उन्हें एक मूर्ति दिखी, जिसकी आंखों में रूबी थी। अरमान ने उस मूर्ति को थपथपाया, और अचानक से हवेली की दीवारें हिलने लगीं। जोया डर गई और बोली, “अरमान, चलो यहां से जाएं।” लेकिन अरमान ने कहा, “हॉरर में ही तो थ्रिल है। चलो और अंदर जाकर देखते हैं।”

उन्होंने फोटो लेने लगे, और अचानक से अरमान एक अलग कमरे में चला गया। वहां उसने एक लड़की देखी, जो बहुत खूबसूरत थी। उसकी आंखें काली थीं, और उसने सफेद साड़ी पहनी हुई थी। वो बहुत रहस्यमय लग रही थी।

लड़की ने अरमान से कहा, “तुम्हारे जैसे मर्द का इंतजार मैं 200 सालों से कर रही थी। अब तुम यहां से कहीं नहीं जा सकते।”

इसी वक्त हवेली की सारी खिड़कियां और दरवाजे बंद हो गए। अरमान और जोया फंस गए।


रात का भयानक पल:

रात को अरमान को सपने में वही लड़की दिखी। उसने अरमान को छूना शुरू किया, और वो अरमान को एक ऐसी हालत में ले आई कि वो न तो जाग पा रहा था और न ही समझ पा रहा था कि क्या हो रहा है। अगले दिन, जब वो बाहर निकलने की कोशिश कर रहे थे, तो अरमान ने जोया को एक अलग कमरे में छोड़ दिया और खुद बेसमेंट में चला गया।

बेसमेंट में अरमान को वही लड़की मिली, जिसने उसका पूरा नियंत्रण ले लिया। उसने अरमान की ऊर्जा चूस ली, और वो धीरे-धीरे सूखता चला गया। जोया ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन अरमान पूरी तरह से उस लड़की का गुलाम बन चुका था।


अंतिम झटका:

जोया ने एक तांत्रिक की मदद ली, जिसने बताया कि ये लड़की रूहानी नाम की चुड़ैल है। उसकी अपनी एक ट्रैजिक स्टोरी थी – उसकी शादी की पहली रात को उसका पति ने उसे बेच दिया था। इस वजह से उसने सब मर्दों को दंड देने का वचन लिया था।

जोया ने स्टैचू को तोड़ दिया, जिससे रूहानी भस्म हो गई। लेकिन अरमान की जान भी चली गई। जब जोया बाहर जा रही थी, तो रूहानी ने उसे अपना अगला शिकार बना लिया।


कहानी का अंत:

ये कहानी एक सैड एंडिंग पर खत्म होती है। ये उन स्टोरीज में से एक है जहां हर किसी को खुशी नहीं मिलती।

तो दोस्तों, कैसी लगी ये कहानी? कमेंट करके जरूर बताएं।
स्टे सेफ, स्टे ब्लेस्ड।
बाय!

REAL GHOST Caught on Camera कमज़ोर दिल वाले मत देखना चुड़ैल की वीडियो –

कि वेलकम टू रियल घोस्ट पार्ट वे यहां पर हम देखेंगे दिल दहला देने वाले ऐसे भूतिया वीडियो में जिन्हें देखने के बाद डर की वजह से आपकी रूह आपके aap dekh rahe hai (real ghost)शरीर से बाहर आ जाएगी अगर बिस्तर में रजाई में लिपटकर यह वीडियो देख रहे हो बिस्तर जब बाहर मत आना हो सकता है बाहर कोई आपका इंतजार कर रहा हूं मैं पहले ही बता दूं कमज़ोर दिल वाले लोग रात में और अकेले में इस वीडियो को बिल्कुल मत देखना तो देखते हैं कुछ डरावने वीडियो शुरू करते हैं आज कर रियली झाड़ू वीडियो में हुआ है यह वीडियो एक मस्जिद का है जहां पर एक लड़का रात के समय सो रहा था यह वीडियो

इंडोनेशिया का है है और यहां पर ओवर उसके पैरों को किसी ने पकड़कर खींचना शुरू कर दिया है यह कौन कर रहा है यह हमें दिखाई नहीं दे रहा यह वीडियो सीसीटीवी में रिकॉर्ड हुआ था वह माइ गॉड उस लड़के को खींच कर बाहर ले जाया गया बाहर भी सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ था जिसने इस फुटेज को कैप्चर किया आप साफ-साफ देख सकते हैं कैसे उस लड़के को हवा में कोई खींच रहा है वैसे इस तरीके के स्नेक वीडियोस बनाना काफी आसान काम है लेकिन अगर कोई वीडियो बना आता है तो वह कुछ ज्यादा डरावना बना था यह काफी सिंपल सा वीडियो था तो मुझे लग रहा है कि यह घटना असली हो सकती है जो कि ऐसे कई कैसे

देखे गए हैं जहां पर रात को सोते समय आत्मा किसी इंसान को खींचकर एक जगह से दूसरी जगह ले जाती है लेकिन यह तो सिर्फ शुरुआत है आगे बहुत ज्यादा डरावना वीडियो आने वाले हैं तब इस बंदे ने चैलेंज किया था कि यह पूरी रात जंगल के अंदर मंगल करेगा मतलब यह पूरी रात जंगल में बिताएगा और देखा कि क्या वहां पर वाकई में कोई भूत वगैरह जैसा फिर हो है लेकिन इसको कुछ डरावनी आवाज सुनाई दी और उसका भाग उसके बाद भारत ने एक बार उसकी हालत खराब हो गई है वह घुसने लकड़ियों की झोपड़ी बना ली थी दिन के टाइम है वहां पर जाकर छिप गया और इटली उसकी हालत बहुत chudail

aap dekh rahe hai (real ghost)
ज्यादा खराब है मतलब डर के मारे उसकी पतलून गीली हो चुकी है और कोई चीज उसका पीछा कर रही है वह सिर्फ एक औरत घूमर जंगल में है जय हो कि यह देखिए तो सच में मतलब वैसे ठंडी साफ ठंडे थे वह ठंडे हो गए मतलब देख रहे तो बिल्कुल ऐसा लगता कि कोई जो भी हो वह किसी जानवर को पकड़ तो उसका खून पी रही थी े े ए फनी वे के बाप रे लुट कोऑपरेटिव वहीं ज्यादा डरावना सीन है आर इन थे खूब लुटाया YouTube पर जो कि पैरानॉर्मल एक्टिविटी को रिकॉर्ड करते थे उन्होंने रात के समय मकान में जाने का फैसला किया वह बाहर आ रहे थे तो उनकी टोर्च की रोशनी इस पेड़ पर पड़ी


और वहां पर उसको एक चुड़ैल खड़ी खड़ी थी उसको देखने के बाद पुरे टीम की हालत खराब हो गई उन्होंने एक सेकेंड में फिर से उस टोर्च को पीछे की तरफ किया तो चुड़ैल नीचे आ चुकी थी लिटरल यह कैसे पॉसिबल है कि एक सेकेंड के अंदर उस चुड़ैल पेड़ के ऊपर से नीचे आ गई यह वीडियो देखने में जितना ज्यादा डरावना है खुद सोच कर देखिए जिसके साथ एक घटना घट रही होगी उसकी क्या हालत हुई होगी किसी भी सुनसान जगह पर अक्सर ऐसी घटनाएं लोगों के साथ हो जाया करती है इसीलिए तो तुम लोगों के लाख कहने के बावजूद मैं कभी किसी भूतिया जगह पर वीडियो बनाने नहीं जाता और शायद इसी वजह से तो

मेरा चैनल सबस्क्राइब नहीं कर रहे हो खैर तो मत करो सब्सक्राइब लेकिन मैं ऐसी जगह पर बिल्कुल नहीं जाने वाला उत्तर यह वीडियो देखने के बाद तो बिल्कुल नहीं [संगीत] एक बार आपके समय कुछ लोग समुद्र तट पर घूम रहे थे शायद पार्टी वगैरह कर रहे होंगे उन लोगों को एक जलपरी जैसी कोई चीज समुद्र के किनारे दिखाई दिए हालांकि अब तक इस बात के कोई सबूत नहीं मिले हैं कि कोई जलपरी असलियत में होती भी है या नहीं लेकिन उन लोगों ने इसके पास जाने का फैसला किया कि इन लोगों को लगा कि शायद यह किसी की लाश हो सकती है यह कोई इंसान मुसीबत में हो

सकता है जैसे मदद की जरूरत हो और वहां पर जाने के बाद उन सभी लोगों के होश फाख्ता हो गए यह कुछ जल परी जैसी ही लग रही थी शायद मछुआरों के टूटे हुए जाल में फंसकर समुद्र के किनारे आ गई थी आप खुद देख सकते हैं इसकी पूंछ बिल्कुल मछली की तरह है लेकिन इसका ऊपरी शरीर इंसानों की तरह है कि इस लुकिंग रियली अगली भाई हम लोगों ने जलपरी की कल्पनाएं कर रखी है वह तो काफी सुंदर अप्सरा जैसी जलपरी की है लेकिन इस वीडियो को देखने के बाद मुझे ऐसा लगने लगा है कि जलपरियां शायद इतनी सुंदर भी नहीं होती क्योंकि आप जरा देखो इसकी शक्ल कुछ उड़ान और कुछ मछली की तरह है यह वीडियो

रियल है या फेक इसके बारे में कोई इंफॉर्मेशन नहीं है लेकिन अगर यह रियल है तो यह हमें सोचने पर मजबूर करता है क्या वाकई में जल परी जैसी कोई चीज एकजुट करती है यह तो एक ऐसा सवाल है जिसका जवाब किसी के पास भी नहीं है लेकिन कुछ सवाल ऐसे होते हैं जिनके जवाब सबको मालूम होते हैं जैसे कि अगर मैं पूछो कि क्या आज शाम तक मेरे 5 मिनट सब्सक्राइबर हो जाएंगे तो वैसलीन सबका जवाब होगा नहीं होंगे अगर मैं आपको होंगे ऐसे ही सवालों के सही जवाब देकर आप कुछ पैसे कमा सकते हो तो कैसा रहेगा यहां बात हो रही है अपना नॉलेज टेस्ट करके और अपना ओपिनियन देकर पैसे

कमाने की इंडिया में यह कांसेप्ट बिल्कुल नया है इसको कहा जाता है वहीं ट्रेडिंग इंडिया में भी आप ओपन एंड एक कर सकते हो प्रॉपर रोगों एक ओपन एंड ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है जहां पर आप अपने अपनों को ग्रेट कर सकते हो सिंपली या नो में जवाब देकर और पिछले छह महीनों में इसमें 10 लाख से ज्यादा यूजर्स जुड़े हैं तो मैं जिस टॉपिक में बहुत सारा नॉलेज है जैसे कि वह Bigg Boss मूवी स्क्रिप्ट टो फाइनेंस गेमिंग न्यूज़ या फिर कोई और टॉपिक उनको बस स्टॉप के साथ तो अपना ओपिनियन बताना चाहूंगा प्रॉपर आपको प्रिंटिंग करके दिखा देता हूं तो यह मैंने प्रोमो को ओपन कि

यहां पर आपको कुछ ऐसा यूजर इंटरफेस देखने को मिल जाएगा यहां पर बहुत सारे सवाल अवेलेबल है तो हम अपने पसंद का सवाल यूज करेंगे जैसे कि भाई या आपको लगता है कि आप आप के मेकर्स इकत्तीस जनवरी तक रिलीज डेट को अनम्यूट कर देंगे अगर मुझे लगता है हां तो मैं यहां पर क्लिक करूंगा अब आपको यहां पर होगा क्या यहां पर में 2.

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बारे में बहुत सही नॉलेज है आप उस टॉपिक के सवालों के जवाब देकर पैसे कमा सकते हो तो करो कि लिंग मंडे वृद्धि हुई है जैसे यूज करने पर आपको ट्रेडिंग करने के लिए मिलेंगे ₹50 डाउनलोड करके ट्राय जरुर करना है कि यह चाइनीस वीडियो है और भाई चाइना के लोगों ने तो वैसे जीना हराम कर रखा हुआ है यहां पर भूतिया हवेली में यह आदमी गया था यह एक्चुअली में एक म्यूजियम था पर यहां पर उसको कुछ अजीबो-गरीब चीजें दिखाई दी और यहां पर से चलता हुआ एक पुतला दिखाई दिया जिसके मुंडे कटी हुई है भाई भाग जाओ यहां से अब कुछ नहीं रखा कहां वीडियो बनाने में

लगे वह निकल लो लेकिन भाई साथ में बहुत डेरिंग है उसने लाइट्स का फ़्लैश ऑन किया वह उसके पीछे एक और चुड़ैल खड़ी हुई है कि इटली दिस इज वेरी स्केरी है हां भाई साधो में को भाग जाना चाहिए यहां पर है है लेकिन सरप्राइजिंगली कुछ देर बाद उस आदमी का कैमरा रिकॉर्ड करना बंद कर चुका था और फिर रिकॉर्डिंग और हुई तो कुछ ऐसा नजारा सामने आया है कि राज्य में मैं हूं आज लगता उसको पकड़ लिया है मुझे लग रहा को पकड़ लिया है कि Bigg Boss ने पकड़ लिया खेल लगा दिया इसका मतलब आज तक कभी ऐसा वीडियो मैंने नहीं देखा जनरलों को देखा है वह दिखता है लोग वीडियो

बनाते हैं लेकिन इधर तो भूत ने पकड़ लिया अगर तुमको ऐसी कोई चीज दिखती है ना भले ही वो डबल ही क्यों निकल लेना वहां से जो कि डर के आगे जीत तो होती है लेकिन कभी-कभी डर के आगे समझ जाओ कि यह वीडियो है रात को 02:08 का जहां पर एक लड़की की अपने घर में निकलती है देखिए अब वह लड़की ना कही गई ना उसमें कोई पर नॉरमल एक्टिविटी का रिकार्ड किया अब जब घर में ही भूत आ जाए तो इंसान क्या करेगा कैमरा ऑन करेगा अभाव जाएगा ना फिर उसको किचन में से कुछ अजीबो-गरीब आवाजें आ रही थी उसने नीचे जाकर देखने का फैसला किया बिल्कुल गलत फैसला किया जब किचन में से अजीबोगरीब आवाज

आ रही हूं तो बेडरूम का लॉक लगा लेना चाहिए अंदर से वह लड़की धीरे-धीरे सीढ़ियां उतरकर किचन में जाती है और उसके बाद जो से नजारा देखने को मिलता है पॉइंट्स आप भाग जाओ यहां से वह लड़की ने मेरी बात मान ली ऊपर आ गई घर में और कोई भी नहीं है क्या है है या लोग ऐसे अकेले क्यों रहते हैं घर में वह लड़की आकर छिप गई है कपड़ों के पीछे भाई वह लड़के डरी हुई उसकी हालत बहुत ज्यादा खराब है ना कि अब वो अरे भाई पहले बोला था जाना तो बैडरूम में एक बड़ा लाइट जलानी पड़ी पहले लाइट जला दो बेडरूम का दरवाजा बंद कर लो और फोन लगा तो अपने सारे रिश्तेदारों को उन रिश्तेदारों

को मिलेगा तो जिनका तूने पैसा खाया है बिल्कुल संकोच मत करना लेकिन किचन में जाने की गलती मत करना हो तो आई थी आज के लिए इतना काफी है अब टाइम है फर्जी वीडियो ऑफ द डे देखने का वैसे तो ऑलमोस्ट वीडियो भूत की फर्जी होती है लेकिन यह इतनी ज्यादा फर्जी है कि मतलब देख कि आपको डर तो नहीं लगेगा लेकिन हंसी जरूर आएगी तो जरूर देखते हैं नजर डालते हैं क्या है यह मुझे नेपाल व भूटान टाइप की किसी जगह की टिप लग रही है और यहां पर छत पर भूत बैठा वह बिल्कुल टाइट से धुला हुआ बाल से लेकर कपड़े तक सब चमक रहा है एकदम भाई बैठा हुआ हवा खा रहा है मस्त उन लोग नीचे से देख भी


रहा है कोई टेंशन नहीं लाइट जलाने लोगों ने यार थोड़ी भूत की बेइज्जती रख लेते लोग बढ़िया वीडियो बना रहा है और कुछ लोग तो उठाकर पत्थर बीमार है उस पर यह असली भूत होता ना तो इन सब की पतलून गीली हो जाती है लोग बाहर जाते हैं वहां से यंग कोई दोस्ती होगा इंच हमने सोचा मिलकर कुछ वीडियो आ जाते हैं कुछ क्रिएटिव करते हैं YouTube पर और अगर आप उनमें से योजना यह वीडियो की असली लग रहा है तो भैया जी को संभाल के थोड़ा ठहर जाओ हर भूत की वीडियो असली नहीं होती तैयार

Bihar Ki Aadamkhor Chudail || horror story

आज से लगभग 5 साल पहले बिहार के एक छोटे से गांव में घटी हुई ऐसी दिल दला देने वाली घटना की कहानी लेकर आ गए हो ना कि सुनकर दिमाग खराब हो जाएगा दिल दहल जाएगा इसलिए कमजोर दिल वाले इस वीडियो को सुने देखें तो थोड़ी हिम्मत बांध कर देखें क्योंकि बहुत खतरनाक टर्न य लेगी कहानी थोड़ी आगे बढ़ने के बाद 2019 के टाइम पे इस छोटे से गांव में अफवा फैली हुई थी अफवा फैली हुई थी कि सच्चाई थी मालूम नहीं मैं कह नहीं सकता टिप्पणी नहीं दे सकता लेकिन यह बात ( aap dekh rahe chudail ki kahani)

फैली हुई थी कि हमारे गांव के थोड़े आउटर वाले इलाके में एक जो मैरेज हॉल है वहां पर भूतों का मेला लगता है रात के टाइम पे वहां पर रात के 12:00 बजे के ठीक बाद से ढेर सारे भूत प्रेत एक्टिवेट हो जाते हैं हंसते हैं चीखते हैं चिल्लाते हैं रोते हैं गाते हैं नाचते हैं पता नहीं क्या-क्या करते हैं लेकिन कई सारे भूत वहां पर होते हैं गांव के बहुत सारे लोग इस बात के ऊपर विश्वास करते थे तो बहुत सारे लोग कहते थे कि अरे क्या कुछ भी यार सही में भूत प्रेत थोड़ी होते हैं आज के टाइम पे बहुत पहले के टाइम पर होते रहे होंगे जब दुनिया बहुत मतलब बहुत कम डेंसली

( aap dekh rahe chudail ki kahani) पॉपुलेशन लगती है दरअसल 70 साल पहले उस गांव में उस मैरिज हॉल में एक बारात आई हुई थी बाराती लोग सारे वहां पर ठहरे थे रात के टाइम अपनी कोई रिचुअल करके सो रहे थे और वहां पर आग लग गई जितने भी लोग थे बारात के सब झुलस करर खत्म हो गए थे उसमें ज्यादातर लोग कुंवारे भी थे तो उन्हीं की शादी अभी तक हो रही है वहां पर आज तक वो बारात लगी हुई है ऐसी तरह तरह की बातें जितने मुह उतनी बातें इस गांव में ऐसे ही एक राघव नाम का लड़का रहता था और वह इन बातों के ऊपर बिल्कुल भी ट्रस्ट नहीं करता था ना वो यह मानता था कि इस जगह पर भूतों का मेला

लगता है ना वो यह मानता था कि यहां पर भूतों की बारात लगती है उसको यह भी ट्रस्ट नहीं होता था कि यहां पर एक का दुख का भी भूत हो सकते हैं वो कहता था कि नहीं ये सारी फालतू ही फालतू बातें हैं 2019 की दिवाली के टाइम पे उसकी मौसी जी उसके घर पर फोन करती है और बोलती है कि मेरे बेटे जो कि दोनों दिल्ली में रहते हैं वो दिवाली घर पर नहीं आ पा रहे मैं बहुत अकेली अकेली सी फील करूंगी तो राघव को भेज दो ना यानी मौसी जी ने राघव को अपने घर पर बुलाई राघव ने बोला कि ठीक है मैं आपके घर आ तो जाऊंगा आपके घर की दिवाली की पूजा में भी रहूंगा लेकिन फिर मैं फटाके हटाके

फोड़ने के लिए अपने गांव वापस आ जाऊंगा अपने दोस्तों से मिलूंगा जुलू का दिवाली उनके साथ भी सेलिब्रेट करनी मुझे मौसी जी ने बोली कि ठीक है तू आा तो राघव दिवाली के दो दिन पहले धनतेरस वाली रात को मौसी जी के घर पर चले गया मौसी जी का जो गांव है राघव के गांव से यानी जहां पर ये जो भूतिया मैरिज हॉल है उस गांव से लगभग 7 किलोमीटर की दूरी पर है तो राघव साइकिल से ही चले गया था और राघव ज्यादा बड़ा भी नहीं था उम्र में मतलब यही समझ लो 1819 साल के आसपास की एज ग्रुप रही होगी उसकी मौसी जी के घर पर चले गए और दिवाली की जो पूजा हुई है रात के टाइम वो बस मौसी जी को

बोला कि अब मैं निकल रहा हूं मुझे अपने दोस्तों से भी मिलना है तो रात के 8 8:30 बजे के आसपास वो अपनी साइकिल में सवार होता है और अपने गांव आने लगता है मौसी जी के गांव से इसके गांव के बीच में वो मैरेज हॉल पड़ता था रात के टाइम अब यह मौसी जी के घर से अपने घर की तरफ जा रहा है रास्ते में वह मैरेज हॉल आया उसी टाइम देखो अब इसको क्या कहेंगे लकी ली अनलकी ली उसकी साइकिल पंचर हो गई मैरिज हॉल के बिल्कुल सामने फिसिस करके हवा निकल गई इसका दिमाग खराब बोला यह क्या है उसने सोचा कि चलो अब उतर के घसीट के लेके जाऊंगा साइकिल अपने घर तक कि इतने में इसको उस मैरेज हॉल के

अंदर से आवाज आई लिटरली एक बहुत ही अजीब सी हंसने की आवाज सुनाई दी इसने बोला साला यह क्या था एक मिनट रुकता हूं भला वो रुक गया फिर से एक और आवाज आई और यह आवाज सुनके यह कंफर्म हो गया कि ये किसी भूतू के हंसने की आवाज नहीं है ये 100% कोई आदमी है जो कि ऐसे ही लोगों के मन में डर बैठा रहा है कि लोग डरे रहे और वो इस मैरेज हॉल में कब्जा जमा कर बैठ जाए हो सकता है कोई बाहर गांव का होगा रहने बहने को घर भ नहीं होगा व यहां पर आकर अपना बोरिया बिस्ता जमा लिया होगा अपने परिवार वालों के साथ और गांव के लोगों को फालतू अजीब अजीब आवाजें निकाल के उस परिवार के ( aap dekh rahe chudail ki kahani)

लोग डराते हैं कि कोई मैरिज हॉल तक पहुंची ना पाए और उनका कब्जा बना रहे इस मैरिज हॉल को जो अच्छा खासा था यार एक टाइम पे भूतिया बनाकर रख दिया उस परिवार ने उसके दिमाग में बिल्कुल यही आया उसके दिमाग ने पूरा इंकार कर दिया यह मानने से कि यह किसी भूत की आवाज है वो बिल्कुल न हसने वाली आवाज लगी थी इसने बोला मैं जाता हूं और अपने सारे दोस्तों से बात करता हूं सारे गांव वालों से बात करता हूं अब वो जल्दी जल्दी जल्दी जल्दी घर तरफ गया उसने देखा कि सारे दोस्त लोग उसके पटाखे फोड़ने में मशगूल है अलग-अलग कार्यक्रम करने में मशगूल है उने सोचा अभी नहीं कल बात करूंगा

अब अगला दिन निकला अगले दिन उसने सबसे पहले डिसाइड किया कि मैं अपने एक दोस्त अमन से बात करता हूं और फिर देखता हूं कि आगे क्या करना है लेकिन जब तक उसने अमन को फोन किया तब तक उसके दिमाग में एक और बत्ती जल गई उसने सोचा किसी से बात क्या करना बात तो ना जाने कितने समय से उस मैरिज हॉल के बारे में हो रही है मैं करूंगा प्रूफ अमन से बात करता हूं और अमन को लेकर जाता हूं उस मैरिज हॉल में उसको भी दिखाऊंगा और उसके जरिए पूरी दुनिया को बतावा हंगा कि देखो वो भूतिया नहीं है वहां पर कोई इंसानों का डेरा डला हुआ है या तो कोई नशेड़ी फसडी वहां पर हरकतें

करते हैं कि कोई वहां पर पहुंच ना पाए इसलिए डराने की कोशिश करते हैं गांव वालों को आवाज निकाल निकाल के अमन को उसने दिवाली की अगली रात फोन किया और सारी बात बताया और बोला कि यार अमन अपन को चलना पड़ेगा आज नहीं कल रात चल और वहां पर अपन चलके पूरा इन्वेस्टिगेशन करते हैं और दुनिया को बता डालेंगे कि देखो कोई भूत भूत नहीं है जो भी होगा उसके बाल खींच के बाहर निकालेंगे हमारे गांव को बदनाम कर रहे है करके अमन बोलता है देख भाई हम कोई सीआईडी ऑफिसर नहीं है जो इन्वेस्टिगेशन करेंगे अगर लोगों की बात में 1 पर की भी सच्चाई निकली कि वहां पे भूत प्रेत है तो

मैं रिस्क नहीं लेना चाहता जिंदगी भर की मनुष्य फैल जाएगी मुझे नहीं जाना है कोई इन्वेस्टिगेशन नहीं करना है दुनिया को मानना है मानने दे मैं भी मानता हूं और तू भी मान ले भलाई इसी में है दिमाग में डाल ले वह जगह भूतिया है राघव दुनिया भर की बातें अमन को बोला अमन नहीं माना फिर राघव साइकिल उठाकर अमन के घर पर पहुंच गया और उसे कसम मसम चढ़ाने लगा अमन ने बोला तू कभी सुधर नहीं सकता यार ठीक है चलते हैं कल राघव बोलता है कल जाने के लिए नहीं आया हूं अमन बोलता क्या कर रहा है राघव बोलता है आज ही जाना है अब तूने ऐसी ऐसी बातें बोल दिया ना साले मेरे मन में

क्यूरिसिटी जाग गई है कल का जाता मैं आज जाऊंगा और तुझे आज लेकर जाऊंगा सच्चा दोस्त है तो चलेगा अब अमन और राघव सचमुच में बहुत पक्के वाले दोस्त बहुत वाले घनिष्ठ लूटिया मित्र थे एक दूसरे के अवन बोलता है ठीक है चलते हैं उसने भी अपनी साइकिल उठाया और निकल पड़े उस तरफ वो जैसा यह मैरिज हॉल है मैरिज हॉल के सामने एक बड़ा गेट है लोहे का वो गेट लॉक्ड है ना जाने कब से लॉक था लेकिन लॉक्ड था राघव बोलता है कूद के चलना पड़ेगा अमन ने बोला ठीक है कूद लेते हैं अब इतना आ गए हैं मौत के मुंह के सामने आ गए तो अंदर भी चल लेते हैं वो गेट चड़े और जैसे अंदर कूदे उन्हें

फिर से हंसने की आवाज सुनाई दी राघव बोलता देख देख देख देख सुना तूने मैंने बोला था नाय किसी इंसान के हंसने की आवाज है ऐसा कोई भूत हंसी ही नहीं सकता और अमन तो ऐसा कांपने लगा था ठंड का मौसम वैसे ही था डर के कांपने लगे अमन बोला यार देख तेरे बोलने पर तेरे कसम देने से दोस्ती की इज्जत रख के मैं यहां तक तो आ गया हूं लेकिन यहां से अंदर नहीं जाऊंगा मैं इस मैरेज हॉल के प्रेमास में जरूर खड़ा हूं लेकिन अंदर तू ही जा पता नहीं आज किसकी बारात लगी होगी राघव बोलता साले तू फट्टू का फट्टू ही रहेगा मैं जाता हूं अंदर और बाल खींच के बाहर निकालू अंदर जो कुछ भी

हरकत कर रहा है फिर तुझसे तो बाद में निपट लेकिन तब तक तू यहीं पर खड़े रहना यह बोलता है हां खड़े रहूंगा तू ही जा मैं नहीं जा रहा और इतना तो था अमन के अंदर कि वो वहां पर खड़े रह गया राघव अपने दोस्त को पीछे छोड़ के मैरेज हॉल की तरफ बढ़ा प्रेमास के अंदर ही है अभी भी अमन गेट कूद के अंदर आ चुके हैं लेकिन यह हॉल है हॉल का एक मेन दरवाजा है मेन दरवाजा को जैसे इसने खोला ना और अंदर एक कदम बढा है तो घट से वापस से दरवाजा बंद हुआ और मन बाहर फिर से डर गया शिट बोला यह क्या हुआ राघव तो नॉर्मली अंदर घुसा था नॉर्मली आराम से दरवाजा खुला था लेकिन जैसे ही वो अंदर बढा

धड़ से दरवाजा कैसे बंद हुआ अमन को बिल्कुल समझ में नहीं आया लेकिन राघव के अंदर से कुछ आवाज भी नहीं आ रही थी एक बात और बता दूं राघव और अमन दोनों के पास एक एक टॉर्च था और दोनों के पास मोबाइल नहीं था क्योंकि अर्जेंट अर्जेंट में अनमन घर के बाहर ही बाहर से आ गया था और राघव भी एकदम अर्जेंसी में निकला था उसको पता नहीं कौन सी जल्दी छा गई थी दुनिया में राघव अंदर चले है 1015 मिनट बीत गए हैं उसके अंदर से कोई आवाज नहीं आ रही यह ठंड और डर के मारे काप रहा है इसको कुछ समझ में नहीं आ रहा है मैं क्या रिएक्ट करूं क्या करूं यहीं पर खड़ा रहू घर चले जाऊ कि अंदर जाऊं

राघव राघव चिल्लाओ कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि इतने में 15 मिनट हो चुके थे अमन को एक खुस बसाने की आवाज सुनाई देती है हमन ऐसा करके देखता है कोई भी नहीं था उतने में बाहर तरफ कुछ कुत्ते होंगे या भेड़िया नहीं मालूम जोर जोर से जोर जोर से रोने लगते हैं यह माहौल को और भी ज्यादा डरावना बना देते हैं ना जाने ढेर सारे कौओ की टोली एक साथ आके झरझर र करके अमन के सर के ऊपर मंडराने लगती है अमन यह भेड़ियों की आवाज ये खुस फुसा की आवाज और ये झरझर हुए ढेर सारे कौआ की तरफ फोकस कर ही रहा था कि इतने में अमन को इस वाले कान में आवाज

सुनाई देती है अपनी जान प्यारी है तू यहां से भाग जा ये आवाज लिटरली बहुत ज्यादा डरावनी थी हद से ज्यादा डरावनी अने बहुत जोर से चिल्लाया राघव और अंदर से भी राघव ने उसी मूमेंट में अमन करके चिल्लाया अमन को नहीं मालूम राघव के साथ क्या हुआ जो अंदर राघव है उसको भी नहीं मालूम अमन के साथ क्या हुआ है लेकिन अब अमन ने बेहतर समझा कि मैं अंदर भागता हूं राघव की तरफ क्योंकि मैं यहां बाहर फस गया हूं ना जाने इतने सारे भेड़िया कुत्ते कहां से आ गए ना जाने ये कौए कहां से उठ रहे और ना जाने मेरे कान में कौन फुसफुस रहा है जो दिख नहीं रहा है

और अंदर राघव के साथ भी कुछ हुआ है हमन अंदर तर भागा दरवाजा खोल के बिल्कुल अंदर टॉर्च चालू कर लिया है और अब कुछ बोलने की हिम्मत नहीं हो रही अंदर जाले वाले लगे हु एकदम गंदगी गंदी सी स्मेल आ रही है अंदर का माहौल और भी ज्यादा ठंडा है जितना बाहर ठंडा था उससे कई गुना ज्यादा ठंडा इतने में अमन को छन छन छन करके पायल की आवाज सुनाई दी अमन घबरा गया और इधर-उधर देखने लगा कहां भागू कहां भागू क्या मन को एक पुराना सा कवाट दिखा कवाट सिंगल वाला उस तरफ भागा बोला कबाड़ के पीछे छुप जाता हूं वो जाकर छुप गया छन छन छन करके एक अंदर वाले कमरे से एक औरत बाहर आई व औरत

के हाथ खाली नहीं थे उस औरत के हाथ में कुछ तो था उसने एक हाथ से अपना मुंह दबा लिया औरत की शक्ल पूरी दिखाई नहीं दे रही थी लेकिन हां औरत बड़ी अजीब तरीके से चल रही थी बाल लंबे लंबे से थे और कुछ इस प्रकार से आगे चल रही थी कुस दत में क्या था अमन टॉर्च मार के नहीं देख सकता था इतनी ताकत उसके अंदर नहीं थी कितने में औरत एक टूटी हुई खिड़की के सामने और बाहर एक स्ट्रीट लाइट चल रही थी उसकी रोशनी हल्की हल्की अंदर आ रही थी व स्ट्रीट लाइट से समझ में आया कि औरत के हाथ में तो एक टांग है इंसानी पैर का आधा हिस्सा व औरत खींच खींच के खींच खींच के व जो टांग है

उसकी मास खा रही थी इसका दिमाग काम करना बंद कर दिया बोला शिट मैं जितना डरावना इस माहौल को समझ रहा था उससे भी ज्यादा बहुत ज्यादा खतरनाक यहां पर कुछ हो रहा है अभी सामने वाली औरत भूत है चुड़ैल है पिशाच है या चाहे कोई इंसान है मुझे नहीं मालूम लेकिन अगर मैं इसके आड़े फस गया तो यह टांग की जगह मेरा ये मेरा मेरी गर्दन भी हो सकती है निकल लेता हूं लेकिन निकलू तो निकलू कैसे औरत जिस तरफ मुंह करके खड़ी इसकी ऐसी तैसी वहीं पर तो बाहर जाने का दरवाजा है कितने में अमन की नजर पड़ती है अपने दूसरे साइड में मौजूद एक दरवाजे की तरफ एक संदिग्ध सा

दरवाजा उस दरवाजे में एक अजीब सा अट्रैक्शन था उसने बोला भाड़ में जाए मैं इस दरवाजे की तरफ जाता हूं वह धीरे से उठा वह औरत पूरी फोकस करी हुई थी वो खींच खींच के उस टांग को खा रही थी अन धीरे से उठा और वो दरवाजे खोलने लगा खोलने लगा पीछे उस औरत को देख के कि उस औरत की नजर तो नहीं जा रही है और फाइनली दरवाजा खुल गया और जैसे ही वो दरवाजा खुला बड़बड़ा के मुंह के बल नीचे गिरा अंदर और जैसे वह अंदर गिरा वैसे ही उसकी नजर पड़ती है ढेर सारे कंगलो की तरफ जानवरों के कंगाल आधे खाए हुए आधे सड़े हुए जानवर ढेर सारी मक्खियां वहां पर बिन बिना रही है किसी कंगाल के

बीच में उसको अपना दोस्त राघव दिखाई दिया शिट राघव और शायद वो औरत अभी भी इस तरफ नहीं देखी है राघव के पास गया टॉर्च मारा प्रॉपर्ली देखा तो राघव की एक टांग है ही नहीं और उस समय अमन को समझ में आ गया शिट यार वो औरत के हाथ में जो टांग थी वो राघव की थी देखो अमन थोड़ा हट्टा खट्टा था लंबा चौड़ा था राघव थोड़ा छोटी हाइट का था दुबला पतला था अमन ने तुरंत अपने कंधे में राघव को टांगा और उसे खिड़की दिखाई दी ये तो ग्राउंड फलोर में ही थे ना और खिड़की को तोड़ के कांच की थी धाड़ धाड़ करके हाथ से खून आए चाहे जो भी आए अब जान बचाने

वाली बात है अपनी भी अपने दोस्त की भी धाड़ धाड़ करके तोड़ा और राघव बेहोश है कंधे में टांगा टांगा खिड़की से बाहर कूद ग और जैसे ही ये लोग बाहर गिरे हैं अंदर से शायद उसी चुड़ैल ने बहुत जोर की चीख मारी और वह चीख से अमन का पूरा शरीर झन्ना गया डर के मारे इतना डर उसने जिंदगी में कभी सोचा भी नहीं था कि किसी को लग सकता है उसे ऐसा लगा कि मेरी जान हलक पर आ गई है और इसी कारण से उसे राघव को वहीं पर छोड़ना पड़ा अमन भागा वापस से गेट कूदा बाहर निकला और अपनी साइकिल में सवार हुआ और जाने लगा कि मैं जाता हूं राघव के घर प सारी बात बताऊंगा कि रास्ते में उसे अपने

एरिया के एक भैया दिखे 3035 साल के रहे होंगे भैया ने बोला अरे तू कहां अमन इतना भागे भागे कहां जा रहा है क्या हो गया ठीक तो है ना और अमन ने भैया को सारी बात बता दिया सारी नहीं शॉर्टकट में बताया कि हम लोग उस मैरेज हॉल की तरफ गए थे और राघव के साथ ऐसा ऐसा कुछ तो भी हो गया है भैया ने बोले चल चल चल चल जल्दी और ये दोनों आए हैं भैया ने एक बड़ा सा पत्थर ईट का उठाया और धाड़ धाड़ धाड़ करके वो जो मेन वाला जो गेट था उसका ताला तोड़े हैं बहुत पुराना और बड़ा ताला था इतना बड़ा फाट फाट फाट करके तोड़े हैं और अंदर वहां पर पड़ा हुआ

था खिड़की से बाहर निकाल दिया था ना राघव को अमन ने उठाए हैं दोनों कोई आवाज आवाज की चिंता नहीं की कोई भूत प्रेत की चिंता नहीं की क्योंकि अभी गांव के एक लड़के की राघव की जान बचाना था दोनों को सीधे हॉस्पिटल लेकर पहुंचे लेकिन बहुत देर हो चुकी थी इसका एक पैर तो रहा ही नहीं फिर राघव के घर वालों को फोन करके भैया ने बुलाए फिर जब राघव के घर वाले आए तो सभी को यह बात कही गई कि राघव रमन घूमने के लिए गए थे रेलवे ट्रैक क्रॉस कर रहे थे और ट्रेन आई और सही समय पर राघव ट्रेन क्रॉस नहीं कर पाया और एक टांग वैसे चली गई और एक टांग कहां गई ऐसा कुछ नहीं मालूम बोले

घरवालो से हद से ज्यादा डाट पड़ी अमन और राघव दोनों को और फाइनली आज तक यह पछतावा लेकर घूम रहे हैं कि ना हम उस रात अपने घर से बाहर निकले होते ना राघव की बात को समझे होते ना राघव की टांग इस प्रकार से गई होती जिंदगी नॉर्मल बिताने की कोशिश कर रहा है राघव लेकिन आप ही खुद सोचो कि अब उसकी जिंदगी नॉर्मल रह पाएगी इसलिए हमेशा कहता हूं ऐसी चीजों में उंगली मत करो जान प्यारी है शरीर प्यारा है परिवार प्यारा है ना तो ऐसी चीजों से 10 हाथ दूर रहो कोई बोल दे कि ये जगह भूतिया है मानते हो या नहीं मानते हो हां भाई अच्छा भूतिया है

ठीक है ठीक है कोई बात नहीं हम दूसरे रास्ते से चलेंगे ऐसा वाला बिहेवियर रखो तो खुश रहोगे जिंदगी में नहीं तो आपको नहीं मालूम आपका जहां पे सोच आपकी जहां पे ताकत खत्म होती है ना वहां पे पैरानॉर्मल वर्ल्ड पैरानॉर्मल एंटिटीज की शक्तियां शुरू होती है इसी एक नोट के साथ इस कहानी का अंत करता हूं वैसे यह कहानी की जानकारी मुझे पूरी अमन के थ्रू प्राप्त हुई है और अमन के हिसाब से मुझे यहां पर किरदारों का नाम बदलना जरूरी था क्योंकि आप समझ रहे हैं कि यह मामला कितना ज्यादा संगीन था तो मैंने नाम बदला अमन और राघव रियल नाम नहीं

है लेकिन बाकी सब कुछ रियल है बस इसी एक नोट के साथ इस कहानी का अंत करते हैं

Eden Hill School Horror Story: A Midnight Encounter with Agatha’s Ghost

A terrifying experience happened to me about a year ago at Eden Hill School, just before our final exams. With so much studying left to do, I often used the school library, which normally closed by 5 PM. However, due to exams, the school extended the library hours until midnight, allowing students to prepare in a quiet space. Since my house was nearby, I preferred studying there instead of at home.

That evening, I left home around 6 PM and arrived at the Eden Hill School library, completely immersed in my studies. I was so focused that I lost track of time—it was already 10 PM. I had never stayed that late before. Usually, by 8 PM, I would be on my way home, and even then, there were still a few students around. But at 10 PM, the library was eerily silent. I only had about 10–15 minutes of work left, so I decided to finish quickly before heading home.

As I was studying, a sudden noise broke the silence—someone was limping. A chill ran down my spine. My heart pounded as I quickly packed my books and rushed out of the library. Outside, a long corridor stretched ahead. At the far end, turning right would lead to the school’s exit. As I hurried through the corridor, I saw a woman standing at the far end. I didn’t recognize her, but as I moved closer, an unsettling feeling crept over me. The discomfort became unbearable, and I finally called out, “Who’s there?”

The moment I spoke, she vanished. A wave of relief washed over me, and I continued toward the exit. Exhausted and hungry, I struggled to walk properly. But something felt off—the usually busy street outside Eden Hill School was eerily deserted. Even at night, there were always people around, but now, it was completely empty.

Fear took hold as I kept my eyes on the ground while walking. I was nearly home when I noticed something horrifying—a shadow stretching toward me, even though no one was nearby. My breath caught in my throat as I slowly lifted my head.

A woman was walking ahead of me. Something about her felt… wrong. Her movements were slow and strained, as if she was struggling to walk. Her posture was unnatural, almost as if she were disabled. She moved so sluggishly that I quickly caught up to her. And then, as I got closer, I could see her clearly—

This Eden Hill School horror story still haunts me to this day. Was she a lost soul? A ghostly presence lingering in the darkness? Or something far worse?


Haunted Walk Home: A Spine-Chilling School horror Story

foreign happened to me one year ago (school horror story) our final exams were coming up and I still needed to do a lot more preparation usually our School’s library would close by five but because of the exams the school decided that the library would be kept open until midnight so that if kids wanted they could stay to study and prepare for the exams my house wasn’t far away from the school so instead of studying at home I preferred studying in the quiet calm library and mostly prepared for the exams there that day I left my house at six o’clock

and soon reached the library to prepare for the exams I was so absorbed and studying I didn’t realize that it was now 10 o’clock I had never stayed in the library for that long usually I would be on my way home at around 8 even at eight o’clock there would be at least some students in the library but at 10 there was absolute silence I only had about 10 to 15 minutes of work left so I decided I’ll just finish this quickly and then return home I was completely lost in my work when I heard someone limping foreign

books and ran out of the library there’s a very long Corridor outside our school library at the end of that Corridor when you turn right you’ll find the school exit door I went through the corridor and was quickly getting near the exit when I saw a woman standing at the end of that corridor I didn’t know who she was but as I got nearer I felt more and more uncomfortable I got so uncomfortable that I called out who’s there as soon as I said that she was gone within a few seconds I cite a breath of relief and continued

out the front door due to exhaustion and hunger I couldn’t even walk properly but I noticed that the street was strangely completely empty which was extremely odd because this street is normally very busy even at night you can see people walking on the street due to panic and fear I kept looking at the ground while walking I was nearly home when suddenly I saw a shadow on the ground stretching out to me even though there was no one around me when I lifted my head I saw a woman walking in front of me

I found her very strange she looked as if she was disabled and that she was having trouble walking and she was walking so slowly that I caught up to her in no time now I was so close to her that I could see her clearly she was wearing tattered dirty clothes and her hands and feet were twisted also her hair looked very messy I found it so strange that I stopped in my tracks my gut was telling me over and over not to go any closer to this woman I didn’t even have the courage to overtake her and walk on

foreign I was frozen I couldn’t utter a word due to shock my brain went numb I didn’t know how to answer her strange question fear I pointed far far away to the woman over there just wanted her to go away she limped to where I had pointed to her and she walked so far away that I couldn’t see her anymore I was terrified of the thought

that she might appear in front of me again so I ran as fast as I could at that point my brain couldn’t think about anything else other than finding someone who could help me a car or a person or anyone and then at that moment I heard that woman screaming from far away she is here after that I remember nothing when I became conscious I found out that my neighbor found me passed out on the ground and he brought me home I found this out from him that in 1998 there was a 32 year old woman named Agatha

she had a 10 year old daughter who also went to Eden Hill School one day while playing with her friends she had an accident and died Agatha couldn’t bear the thought of losing her child after that Agatha’s ghost was seen roaming around in Eden Hill school and the surrounding area looking for her Lost Child she’s still wondering hoping to be reunited with her daughter once again