Jatt Nuu Chudail Takri Movie Explained In Hindi

फिल्म की शुरुआत में हमें मुख्य किरदार जलालुद्दीन (गिप्पी ग्रेवाल) को दिखाया जाता है, जो रात को अपने दो दोस्तों के साथ बैठा बातें कर रहा होता है। इसी दौरान, जब उसके दोस्तों की पत्नियां फोन करती हैं, तो मजाक करने के लिए जलालुद्दीन लड़कियों की आवाज में बात करता है। मजाक में औरतों को चुड़ैल कहने की उसकी आदत पास के पेड़ पर बैठी असली चुड़ैल को सुनाई देती है। गुस्से में चुड़ैल जलालुद्दीन को सबक सिखाने आती है, लेकिन वह अपनी बातों से उसे उलझा कर भाग जाता है।Jatt Nuu Chudail Takri

अगली सुबह जलालुद्दीन अपने दोस्तों के साथ एक ऐतिहासिक जगह घूमने जाता है, जहां वे कुछ लड़कियों से मिलते हैं और उनकी दोस्ती हो जाती है। लेकिन तभी उनके दोस्तों की पत्नियां वहां पहुंच जाती हैं, और उसी समय चुड़ैल भी अपना रूप बदलकर आती है। वह अपने जादू से दोस्तों को परेशान करती है, जिससे उनकी पत्नियां गुस्से में आ जाती हैं।

जलालुद्दीन की मुलाकात रानी (सरगुन मेहता) से होती है, जो असल में एक चुड़ैल है। दोनों के बीच प्यार हो जाता है और उनकी शादी हो जाती है। लेकिन शादी के बाद जलाल को रानी के असली रूप का पता चलता है, जब वह उसे पंखे पर उल्टा सोता हुआ देखता है। रानी के पैर उल्टे हो जाते हैं, और उसकी आंखों का रंग बदलने लगता है।

जलालुद्दीन यह सब देखकर डर जाता है और अपने दोस्तों को बताने की कोशिश करता है, लेकिन रानी उसे रोक लेती है। उसकी मां को रानी की सच्चाई पता नहीं चलती, और वह उसे तंग करने के प्लान बनाती है। रानी यह सब सुनकर भी चुप रहती है।

रानी का असली रूप तब सामने आता है जब वह अपनी चुड़ैल शक्तियों का इस्तेमाल करके जलाल की मां को अपने वश में कर लेती है। यहां तक कि वह गांव के एक हाई-जंप कॉम्पटीशन में भाग लेकर जीत भी जाती है। इससे परेशान होकर जलाल एक तांत्रिक बाबा की मदद लेने जाता है। बाबा रानी को एक बोतल में कैद कर देता है और जलाल को सलाह देता है कि वह एक आम लड़की से दूसरी शादी कर ले।

जलाल की शादी उसकी एक्स-गर्लफ्रेंड जिती से तय हो जाती है। लेकिन कुछ बच्चे गलती से रानी को कैद करने वाली बोतल खोल देते हैं। रानी जिती के शरीर में प्रवेश कर जाती है। जलाल को जब यह पता चलता है, तो वह बाबा के पास जाता है, लेकिन बाबा अब रानी की वजह से पैरालाइज हो चुका है।

रानी, जलाल और जिती को अलग करने की कोशिश करती है। वह जिती को मक्खी और बकरी में बदल देती है। अंततः, रानी को अपनी गलती का एहसास होता है। वह अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करके जिती की आत्मा को उसके शरीर में वापस डाल देती है। इसके बाद, वह सबको अलविदा कहकर खुशी-खुशी चली जाती है।

अंत में, सब कुछ सामान्य लगने लगता है, लेकिन आखिरी सीन में एक संकेत दिया जाता है कि रानी शायद फिर लौट आई है।

फिल्म के इस मजेदार और हल्के-फुल्के प्लॉट ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। अगर आपको इसकी एक्सप्लनेशन पसंद आई हो, तो अन्य फिल्मों की एक्सप्लनेशन के लिए कमेंट करें!

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