भीख मांगने वाली चुड़ैल | हाईवे पर भटकती आत्मा की कहानी
कल्याणी अपने गांव में अपनी 8 साल की बेटी दिव्या के साथ रहती थी। उसके पति का काफी पहले निधन हो गया था, जिससे उसकी जिंदगी कठिन हो गई थी। मजबूरन, वह अपनी बेटी के साथ हाईवे पर भीख मांगकर अपना गुजारा करती थी।(chudail)
दुखद हादसा
कल्याणी का सपना था कि दिव्या को पढ़ा-लिखाकर डॉक्टर बनाए, लेकिन हालात ने उसे इस काबिल नहीं छोड़ा। एक दिन हाईवे के किनारे भीख मांगते वक्त, दिव्या अपनी गेंद लेकर सड़क पर चली गई। कल्याणी ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन दोनों एक तेज़ रफ्तार गाड़ी के नीचे आ गए और मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
गांव में अनहोनी का सिलसिला
कुछ साल बाद, हाईवे पर लगातार लोगों की लाशें मिलने लगीं। यह मौतें रहस्यमयी थीं, और गांव वाले इसे भूत-प्रेत का साया मानने लगे। इसी दौरान, महेश और सुलोचना का बेटा अमन भी एक दिन घर से गायब हो गया। जब गांव वालों ने उसकी लाश हाईवे पर पाई, तो सुलोचना और महेश सदमे में टूट गए।
महेश की छानबीन
अपने बेटे की मौत की सच्चाई जानने के लिए महेश ने हाईवे पर जाकर जांच शुरू की। एक रात, उसे हाईवे पर भीख मांगती एक औरत और बच्ची दिखीं, जो अचानक गायब हो गईं। यह देखकर महेश को वहां किसी बुरी शक्ति का अंदेशा हुआ।
तांत्रिक की मदद
महेश ने एक तांत्रिक की मदद ली। तांत्रिक ने अनुष्ठान करके सच्चाई का पता लगाया। उसने महेश को बताया कि यह सब एक बुरी शक्ति का काम है। अनुष्ठान के दौरान वही चुड़ैल प्रकट हुई, जिसने महेश के बेटे की हत्या की थी।
भूतिया रहस्य का खुलासा
चुड़ैल ने बताया कि वह और उसकी बेटी वही हैं, जिन्हें महेश ने सालों पहले अपनी कार से कुचल दिया था। उस दिन महेश नशे की हालत में गाड़ी चला रहा था। हादसे के बाद, उसने मदद करने की बजाय मौके से भागना बेहतर समझा।
चुड़ैल ने बदला लेने के लिए महेश के बेटे अमन को मारा, क्योंकि उसने वही कार चलाई थी, जिससे उनकी मौत हुई थी।
महेश का पछतावा
महेश ने अपनी गलती स्वीकार की और पछताया, लेकिन चुड़ैल ने उसे याद दिलाया कि उसके बेटे को खोने का दर्द वैसा ही है, जैसा उसने उस दिन महसूस किया था।
यह कहानी हमें सिखाती है कि लापरवाही से की गई गलतियां कितनी भारी कीमत चुकवा सकती हैं और हमें अपने कर्मों का सामना करना ही पड़ता है।